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उत्तर प्रदेश

सुल्तानपुर: फुल दबंगई और सीओ को धमकाते हुए सपा प्रत्याशी ने दाखिल किया नामांकन

सुल्तानपुर: फुल दबंगई और सीओ को धमकाते हुए सपा प्रत्याशी ने दाखिल किया नामांकन
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सुल्तानपुर: यूपी में जैसे-जैसे पहले चरण का चुनाव नजदीक आ रहा है वैसे-वैसे नेताओं के तेवर बदलते दिखाई दे रहे हैं। कई नेता तो खुलेआम दबंगई पर उतर आए हैं। दरसअल, यूपी के सुल्तानपुर में लंभुआ से समाजवादी पार्टी के विधायक और आगामी चुनाव में पार्टी की तरफ से प्रत्याशी संतोष पांडेय अक्सर अपनी दबंगई के लिए जाने जाते हैं। एक बार फिर से संतोष पांडेय़ ने कुछ ऐसा किया है जिसको लेकर वो सुर्खियों में आ गए हैं।

यूपी में 27 फरवरी को पांचवे चरण के चुनाव को लेकर आज नामांकन प्रक्रिया का आखिरी दिन था और संतोष पांडेय पूरे रौब के साथ नामांकन दाखिल करने कलेक्ट्रेट पहुंचे थे। इस दौरान संतोष पांडेय ने पुलिस की मौजूदगी में अचार संहिता की जमकर धज्जियां उड़ाई और पुलिस के आलाधिकारी देखते रहे। संतोष पांडेय इस दौरान नामांकन दाखिल करने के लिए मोबाइल लेकर और सिर पर साइकिल चुनाव चिन्ह वाली सपा की टोपी लगाकर नामांकन करने के लिए कलेक्ट्रेट गेट के अंदर दाखिल हुए।

आचार संहिता तोड़ी और सीओ से की अभद्रता

कलेक्ट्रेट दफ्तर के गेट पर सुरक्षा में खुद सीओ धर्मेंद्र सचान अपने पुलिसकर्मियों के साथ तैनात थे। धर्मेंद्र सचान ने उन्हें गेट पर ही रोक लिया और संतोष पांडेय से मोबाइल बाहर रखकर नामांकन करने जाने को कहा। बस इतनी सी बात पर संतोष पांडेय आग बबूला हो गए और सीओ धर्मेंद्र सचान से नोकझोंक कर अभद्रता करने लगे। पुलिस के लाख रोकने के बावजूद भी संतोष पांडेय अपने समर्थकों के साथ हाथ में मोबाइल लेकर और साइकिल चुनाव निशान वाली टोपी पहनकर नामांकन कक्ष में दाखिल हो गए।


रिटर्निंग ऑफिसर के सामने भी नहीं आए बाज

सीओ धर्मेंद्र सचान ने नामांकन कक्ष में मौजूद रिटर्निंग ऑफिसर से संतोष पाण्डेय के इस हरकत की जब शिकायत कर दी तो रिटर्निंग ऑफिसर के कहने पर संतोष पाण्डेय ने मोबाइल बाहर रख दिया और टोपी भी उतार दी लेकिन रिटर्निंग ऑफिसर के सामने ही फिर सीओ धर्मेंद्र सचान से अभद्रता कर अपनी दबंगई का एक नजारा सबको दिखा ही दिया।

इससे पहले भी दबंगई की वजह से आए चर्चाओं में

आपको बता दें कि संतोष पांडेय का अधिकारियों के साथ बदतमीजी और अभद्रता करने का ये कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी संतोष पांडेय साल 2012 का चुनाव जीतकर जब विधायक बने थे तो उसके बाद उन्होंने अपना मनचाहा काम कराने के लिए बीएसए ऑफिस में ही बेसिक शिक्षा अधिकारी को घंटो बंधक बनाए रखा था जिसको लेकर संतोष पांडेय काफी चर्चा में रहे थे।

उसके बाद फिर संतोष पांडेय ने जल निगम के दफ्तर में ही एक अधिकारी को बंधक बना लिया था। अब आज एक बार फिर संतोष पांडेय ने पुलिस के अधिकारी धर्मेंद्र सचान से अभद्रता कर यह साफ़ कर दिया कि भले ही उनके नेता अखिलेश यादव और मुखिया मुलायम सिंह यादव समय-समय पर अपने पार्टी के नेताओं को सुधरने की लाख नसीहतें देते नजर आते हो लेकिन कुछ लोग सुधरना ही नही चाहते।

मीडिया के सामने मुकरे

वहीं जब इसके बाद संतोष पाण्डेय से मीडिया ने इस बारे में पुछा तो पहले उन्होंने ऐसा कुछ होने से इंकार किया लेकिन जब उन्हें पता चला की उनकी ये सारी हरकते मीडिया के कैमरे में कैद हो गयी तो उन्होंने कहा कि वो सिर्फ मोबाइल लेकर अंदर जा रहे थे पुलिस ने उन्हें रोकना चाहा लेकिन वो बोले जब रिटर्निंग ऑफिसर मोबाइल बाहर रखने को कहेगा तब मैं मोबाइल बाहर रखूंगा।
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