Janta Ki Awaz
उत्तर प्रदेश

पुस्तक मेला में राज्यपाल ने किया काव्य संग्रह 'सफेद कागज' का विमोचन

यमुना एक्सप्रेस-वे पर ओएसडी के पद पर कार्यरत हैं शैलेन्द्र भाटिया

पुस्तक मेला में राज्यपाल ने किया काव्य संग्रह सफेद कागज का विमोचन
X
साहित्यिक चेतना से न सिर्फ जिले के लोग प्रभावित हैं बल्कि यहां कुछ दिनों तक प्रवास करने के बाद उस चेतना को विश्व मंच तक ले जाने वाले व्यक्ति भी कम नहीं हैं। जिले की इसी साहित्य उर्वरा क्षमता से प्रभावित होकर जनपद में तैनात रहे पीसीएस अधिकारी शैलेंद्र कुमार भाटिया ने साहित्य साधना शुरू की है। जिले के दो साहित्यिक प्रतिभाओं पूर्व प्राचार्य केकेडीसी डा.विद्याकांत तिवारी व साहित्यविद् डा.कुश चतुर्वेदी ने उन्हें काफी प्रोत्साहित किया है, जिससे प्रभावित होकर उन्होंने अपनी पहली काव्य रचना प्रकाशित की है। शुक्रवार को लखनऊ में आयोजित पुस्तक मेला में राज्यपाल रामनाईक ने उनकी काव्य रचना सफेद कागज का विमोचन किया। श्री भाटिया पूर्व में लंबे समय तक इटावा में एसडीएम सदर के पद पर कार्य कर चुके हैं। जिले में होने वाले साहित्यिक कार्यक्रमों में उनकी अहम भूमिका रहती है। यही कारण है कि वर्तमान में यमुना एक्सप्रेस वे ऑथोरिटी में बतौर ओएसडी के पद पर कार्य करने वाले श्री भाटिया अभी भी जिले के साहित्यिक कार्यक्रमों में प्रतिभाग करते हैं। श्री भाटिया ने इटावा की साहित्यिक मूर्तियों को काव्य रचना की प्रेरणा बताया। भक्तिकाल से लेकर आधुनिक काल तक कवियों, साहित्यकारों, आलोचको, समालोचकों ने इटावा में रहकर ही साहित्य साधना की है। इसी का परिणाम है कि उन्हें इटावा से ही पहली काव्य रचना की प्रेरणा मिली। उनके इस काव्य संग्रह में 152 कविताएं हैं जो गांव, गरीब और जमीन से जुड़ी हैं। उन्होंने अपनी रचनाओं में समाज के यथार्थ का चित्रण किया है, जो लोगों के दिलों के करीब है। श्री भाटिया का कहना है कि उन्होंने अपनी भावनाओं को कविताओं के रूप में कागज पर उकेरने का प्रयास किया है। इसकी भूमिका श्री भाटिया के प्रथम काव्य रचना के प्रकाशन पर जिले के साहित्य मनीषी डा.राजीव राज, कमलेश शर्मा, मोहसिन अली एड., प्रेमबाबू प्रेम, प्रदीप मिश्र आदि ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उन्हें बधाई दी है।
हिन्दुस्तान
Next Story
Share it