महाराष्ट्र, गुजरात के बाद राजस्थान निकाय उपचुनावों में भाजपा की जीत
राजस्थान में पंचायत समिति, जिला परिषद और नगरपालिका परिषद की 37 सीटों पर हुए उप चुनाव में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस को एक एक सीट का फायदा हुआ है। भाजपा को यहां 37 में से 19 सीटों पर जीत मिली है। राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से गुरुवार यानि एक दिसंबर की रात को घोषित पंचायत-पालिका उपचुनावों के परिणामों में सत्ताधारी भाजपा ने 19 सीटें, कांग्रेस ने 14 और निर्दलीयों ने 4 सीटें जीती हैं। 20 जिलों में तीन जिला परिषद, दस नगर निकाय और 24 पंचायत समिति की सीटों पर 29 नवम्बर को उप चुनाव कराए गए थे। तीन जिला परिषदों की सीटों में से दो सीटें (भीलवाड़ा और बांसवाड़ा) भाजपा ने और एक सीट (जालौर) कांग्रेस ने जीती है।
24 पंचायत समितियों में सम्पन्न हुए चुनावों में भाजपा ने 12 और कांग्रेस ने 10 सीटें जीती हैं, जबकि निर्दलीयों ने दो सीटों पर जीत दर्ज की है। नौ जिलों में दस नगर निकायों के चुनावों में सत्ताधारी भाजपा ने पांच, कांग्रेस ने तीन और दो निर्दलीयों ने जीत दर्ज की है। प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के उपाध्यक्ष भजन लाल ने बताया कि चुनाव परिणामों में सत्ताधारी भाजपा की जीत दर्शाती है कि लोगों में प्रधानमंत्री की नोटबंदी की पहल का विपरीत प्रभाव नहीं पडा है। उन्होंने बताया कि हमें चुनाव परिणामों में फायदा हुआ है, जो यह स्पष्ट दर्शाता है कि जनता भाजपा के साथ है। इसके साथ साथ इससे यह भी प्रतीत होता है कि जनता ने प्रधानमंत्री की नोटबंदी की पहल का स्वागत किया है और पार्टी को समर्थन दिया है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सचिन पायलट ने कहा कि पंचायत उप चुनावों के परिणाम आमतौर पर सत्ताधारी पार्टी के पक्ष में जाते हैं। उन्होंने कहा कि पिछले तीन वर्षो में हुए उपचुनावों में कांग्रेस का वोट प्रतिशत बढ़ा है, जो संतोषजनक है। जिला परिषद की तीन सीटों पर हुए उपचुनावों में भाजपा की संतोष पाटीदार ने बांसवाड़ा और मुरलीधर भीलवाड़ा सीट पर जीत दर्ज की जबकि कांग्रेस उम्मीदवार प्यारेश्वरी को जालौर की सीट पर विजयी घोषित किया गया।
पंचायत समिति की 24 सीटों पर हुए उपचुनावों में अलवर जिले में भाजपा की लक्ष्मी कुमारी को मुंडावार, विकास कुमार को नीमराणा और कांग्रेस उम्मीदवार तारा देवी को राजगढ सीट पर निर्विरोध चुना गया। अन्य 21 सीटों पर भाजपा की अनिता, कविता कुमावत, प्रेम प्रकाश, रेशम बेरवा, दिनेश चंदा, नरेंद्र कोठारी, दिनेश पंवार, मोनिका, कृष्णा कुमारी ओैर रेखा गामेती, जबकि कांगेस की रेशमी, प्रभुलाल, नेनी बाई, विष्णु कंवर, राजेश कंवर, महेंद्र सिंह, संतोष, जमुना कुमारी और राजेंद्र और चार निर्दलीय उम्मीरवारों को विजयी घोषित किया गया।
अलवर, बांसवाडा, बांरा, बूंदी, चित्तौड़गढ़, चूरू, दौसा, डूंगरपुर, झालावाड, जोधपुर, सीकर, सिरोही और उदयपुर जिलों में पंचायत समिति के उपचुनाव कराए गए थे। दस नगर निकायों में से नौ जिलों में सम्पन्न उपचुनावों में बीकानेर से भाजपा के दोउलाल चित्तौड़गढ़ -निम्बाहेड़ा से प्रहलाद राजौरा, कापरेन-बूंदी से राजेंद्र कुमार, मंडावा-झुंझुनूं से सरिता सैनी, और उदयपुर से आभा आमेटा ने चुनाव जीता। कांग्रेस के उम्मीदवार अलवर-खेड़ली से ओमलता सैनी, बाड़मेर से परमेश्वरी और पाली-सादड़ी से मानाराम विजयी घोषित किए गए। हनुमानगढ़ के नोहर से गुलफान और झुंझुंनू के विद्या विहार से कुंदन सिंह ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में विजय हांसिल की।