लखैरवा प्रेमपत्र का जवाब...: अनिता सिंह
BY Anonymous17 Sep 2017 5:01 AM GMT

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Anonymous17 Sep 2017 5:01 AM GMT
कसम से जब से खत पढ़ा है तुम्हारा
बौराए से घूम रहे हैं,
तो सोचे जवाब लिख दें हम भी,
देखे थे ऊ दिन तुमको गिरते
और तुमरी अम्मा को घोराते
अच्छा सुनो अब चोट की
मलहम पट्टी कर लेना
नहीं तो सेप्टिक हो जायेगा
फिर ऊ तो ठीक भी न होता है बिना छुरी चलाये।
वैसे ठीक किये खून बर्बाद नहीं किये
हमहू कौनो चीज बर्बाद नहीं करते
एक बार डेटॉल का शीशी टूट गया था
अपना और ऊ जो कंजी आँख वाली
सहेली है न हमरी,
ऊ का हाथ काट लिए थे
पूरा डेटॉल इस्तेमाल हुई गवा
एक्को बूँद नहीं फेंकाया सच्ची
और ई टांड़ पे कॉपी पेन कौन रखता है
हमरी अम्मा तो टांड़ पे सब कंडा-चैला धरा देती हैं
बढ़िया जगह सुझाये वैसे तुम हमको छुपने खातिर
अच्छा ई लाल रंग देख के ये न समझना कि
ई खून है।
वो का है न कि टमाटर वाला सॉस सड़ गया है
बेकार फेंका जाता सोचे इस्तेमाल कर लें
न मानो तो चख के देख लेना।
तुम कहे थे न कि गोंचा-गोंची न करना
तो सुन लो हमको न क्लास में भी अलग से
सफाई के पांच नंबर मिलते हैं तुमाए जैसे न हैं हम
रख लिए हैं सहेज़ के तुम्हारा वाला ख़त
सही किये नाम नहीं लिक्खे,
हम भी न लिक्खेंगे अउर ई जो बकैती लिक्खे हो न तोहरी अम्मा को भिजा देत हैं फिर लतियाये जाओगे तो सब इरेम-पिरेम निकर जाई।
बकलोल हो तुम समझे।
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अनिता सिंह
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