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वीरबहादुर सिंह विकास पुरूष थे : डॉ प्रमोद शुक्ला

वीरबहादुर सिंह विकास पुरूष थे : डॉ प्रमोद शुक्ला
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राजीव गांधी स्टडी सर्किल , गोरखपुर, की वेब बैठक की अध्यक्षता करते हुए डॉ प्रमोद कुमार शुक्ला ने कहा

विकास पुरूष के नाम से प्रसिद्ध , उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री, एवं पूर्व केंद्रीय संचार मंत्री स्व वीरबहादुर सिंह के दूरदर्शी ,एवं आधुनिक सोच ने गोरखपुर को पूर्वांचल के गौरव के रूप में स्थापित किया। गोरखपुर की धरती पर जन्म लेने वाले इस विकास पुरुष को गोरखपुर की जनता द्वारा कोटिशः नमन।वर्ष 1989 में आज ही के दिन वे इहलोक से चले गए। वे चले भले ही गए लेकिन उनकी आत्मा यहीं है और यहां की पीड़ा से अब भी वैसे ही बावस्ता है जैसे तब थी। तभी तो यहां का नौजवान हो या बूढ़ा, तीन दशक बाद भी उन्हें अपने दिलों में बसा कर रखता है। उनकी यादों के सहारे गोरखपुर के विकास का सपना बुनता है।

इस वेब बैठक को संचालित करते हुए वरिष्ठ सामाजिक चिंतक, एवं आलोचक आलोक शुक्ला ने कहा कि

गरीब किसान परिवार में पैदा होने के नाते किसान, मजदूर और नौजवानों के बेरोजगारी की पीड़ा वीरबहादुर सिंह जी को बखूबी पता थी। गोरखपुर जैसे एक कस्बाई शहर को विश्व पटल पर स्थापित करने का सपना पाले वीरबहादुर सिंह के शुरू किए अनेक परियोजनाओं का अभी तक अधूरापन यहां के राजनीतिक नेतृत्व को जोर जोर से झिझोड़ रहा है। चुनौती दे रहा है। उनका सपना था कि गोरखपुर शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढे। किसान-मजदूर खुशहाल हो। नौजवान के हाथ में काम हो। उन्होंने जनपद के सुदूर दक्षिण हरिहरपुर जैसे गांव में पशुओं को बीमारी से बचाने के लिए जैविक औषधि उत्पादन संस्थान और सहजनवा इलाके में उद्योगों का जाल बिछाने के लिये गीडा व खजनी में कम्बल कारखना की नींव डाली। गोरखपुर शहर को नगर महापालिका का दर्जा तथा नगर निगम एव विकास प्रधिकरण बनाकर एक तरफ जहां शहरी विकास को गति दी वहीं कई तहसीलों, ब्लाकों की स्थापना कर सामान्य जन की प्रशासन तक आसान पहुंच बनायी। विशाल रामगढ़ झील को वैश्विक स्तर पर पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की योजना उनका ड्रीम प्रोजेक्ट था। ये उनके कामों की कुछ बानगी भर है। वैसे तो जिले में जिधर देखेंगे वीरबहादुर सिंह का सपना आपको ललकारता मिलेगा।

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