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जीवन में रचनात्मकता और अभिनव अनिवार्य

जीवन में रचनात्मकता और अभिनव अनिवार्य
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तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के सेंटर फॉर टीचिंग लर्निंग की ओर से वर्चुअली फैकल्टी डवलपमेंट प्रोग्राम में बोले रजिस्ट्रार डॉ. आदित्य शर्मा

तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार डॉ. आदित्य शर्मा बोले, रचनात्मकता और नवीनीकरण भले ही दोनों समान नहीं हैं, लेकिन इनमें बहुत ही निकट का सम्बन्ध है। रचनात्मकता में अक्सर नए और बेहतर विचार शामिल होते हैं। नया विचार से किसी उत्पाद या प्रक्रिया का निर्माण हो सकता है। यह कार्य करने के तरीके को पूरी तरह से बदल सकता है। जो ऑर्गेनाइज़ेशन सफल हैं, वे समझते हैं कि उन्हें नवीनता और बदलाव दोनों से कैसे अपने महत्वपूर्ण स्टेकहोल्डर को संतुष्ट करने की आवश्यकता है। वह सेंटर फॉर टीचिंग लर्निंग-सीटीएलडी में आधुनिक संगठनों में रचनात्मकता और नवाचार का महत्व पर ऑनलाइन फैकल्टी डवलपमेंट प्रोग्राम में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। डॉ. शर्मा बोले, बॉक्स के बाहर सोचने से उत्साह, जुनून और रचनात्मकता उत्पन्न होती है। इसके अलावा विचारों और समाधानों के आने के लिए टीमवर्क हमेशा आवश्यक है क्योंकि एक से भले दो। जब हम साथ काम करते हैं तो हम बेहतर प्रदर्शन करते हैं। जब आप इसे निर्णय लेने के नजरिए से देखते हैं, तो कल्पना करें कि एक तरफ जहां लोगों को अपने दोनों पैरों पर खड़ा होने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। ऐसे में आप एक रचनात्मक माहौल में टीम के साथ कितने विचारों को पैदा कर सकते हैं और निर्णय ले सकते हैं। एफडीपी में सीटीएलडी, एफओईसीएस, नर्सिंग, फार्मेसी, फिजिकल एजुकेशन, एग्रीकल्चर के 80 प्रतिभागी शामिल रहे।

निदेशक-सीटीएलडी प्रो. आरएन कृष्निया बोले, जब आप अपने जीवन के हर पहलू में रचनात्मकता और नवीनता को अपनाते हैं, तो आप बदलते बाजार से आगे रहने में सक्षम होते हैं। रचनात्मकता- ज्ञान, जिज्ञासा, कल्पना और मूल्यांकन का नाम है। प्रो. कृष्निया ने बताया, रचनात्मकता समस्याओं को हल करने की प्रक्रिया में सुधार करती है। यह सच है, रचनात्मकता समस्या को हल करने से प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त मिलती है। प्रो. कृष्णिया बोले, आउटकम आधारित शिक्षा पर ध्यान केंद्रित करने के साथ-साथ हमारी समझ और सीखने को बेहतर बनाने के लिए रचनात्मक और अभिनव कौशल को बढ़ाना देना महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा, इस प्रोग्राम का मुख्य उद्देश्य यूनिवर्सिटी में कार्यान्वित की जा रही परिणाम आधारित शिक्षा हेतु प्रशिक्षकों और फैकल्टी की क्रिएटिव लर्निंग प्रक्रिया में और सुधार लाना है। सीनियर सॉफ्ट स्किल ट्रेनर मिस सौम्या सूद ने सभी का गर्मजोशी से स्वागत कियाI साथ ही सभी को एफडीपी के टॉपिक को विस्तार से समझाते हुए वेबिनार का समापन भी उन्होंने किया I संचालन श्री धीरेन्द्र सिंह ने किया।

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