अमेठी लोकसभा सीट पर गांधी परिवार के लिए अपनी साख बचाना बहुत आसान नहीं

Update: 2019-05-05 04:29 GMT


चुनिंदा हॉट सीटों में से एक अमेठी लोकसभा सीट कांग्रेस और खासकर नेहरू-गांधी परिवार की परंपरागत सीट रही है। पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरु, उनके पोते संजय गांधी, राजीव गांधी के अलावा सोनिया गांधी यहां का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। तीन बार यहां से सांसद रहे राहुल गांधी ने चौथी बार अपना नामांकन दाखिल किया है। वहीं, पिछली बार की तरह इस बार भी उनका मुकाबला भाजपा नेत्री स्मृति ईरानी से है।

2004 लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी लड़े और बड़ी जीत हासिल की। जीत का अंतर रहा 49.33 फीसदी। 2009 में राहुल 57.24 फीसदी के अंतर से जीते, लेकिन 2014 में मोदी लहर के बीच उनकी जीत का अंतर महज 12 फीसदी रह गया। राहुल गांधी के केरल की वायनाड सीट से नामांकन, अमेठी में स्मृति के डेरा जमाने और राहुल गांधी पर भाजपा नेताओं की आक्रामकता इस ओर इशारा करती है कि गांधी परिवार के लिए अपनी साख बचाना बहुत आसान नहीं है।

फिलहाल पांचवे चरण के चुनाव के लिए प्रचार का शोर थम चुका है। प्रत्याशी डोर टू डोर कैंपेन में लगे हैं। इन तीनों सीटों पर भी सोमवार को मतदान होगा और जनता उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेगी। 

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