मोदी ने कहा- कोई नहीं जानता, पाक को चला कौन रहा है

Update: 2019-05-05 02:01 GMT

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि पाकिस्तान के साथ रिश्ते सुधारने में सबसे बड़ी समस्या यह पता लगाना है कि उस देश को चला कौन रहा है और किसके साथ बात करनी है।

जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में करीब 2.5 हजार लोगों के समक्ष एक टीवी चैनल को दिए साक्षात्कार में प्रधानमंत्री ने कहा कि पाकिस्तान के साथ यह अनुभव सिर्फ उनका नहीं है। अमेरिका, चीन, रूस, खाड़ी और अरब देशों के नेताओं का भी यही मानना है। मोदी ने कहा, विश्व के कई नेताओं ने उनसे कहा है कि वे भी नहीं जान पाए हैं कि पाकिस्तान में किससे बात करनी है।

प्रधानमंत्री ने कहा, 'आप किससे बात करेंगे.. सेना के साथ, आइएसआइ से या निर्वाचित सरकार के साथ? विश्व के नेताओं ने मुझे बताया कि हम भी नहीं जानते कि उस देश को चलाता कौन है। इसलिए पाकिस्तान को पहले अपनी यह समस्या सुलझाने दीजिए।'

2015 में अचानक की गई अपनी पाकिस्तान यात्रा के बारे में मोदी ने बताया कि अफगानिस्तान से लौटते समय नवाज शरीफ ने उन्हें फोन करके मिलने की इच्छा जाहिर की थी। उनकी इस यात्रा का मकसद यह संदेश देना था कि भारत के मन में पाकिस्तान के प्रति कोई दुर्भावना नहीं है।

प्रधानमंत्री ने कहा, 'इस बारे में मैंने सुषमा जी (विदेश मंत्री) से चर्चा की। उन्होंने मुझसे कहा कि आप फैसला कीजिए। मैंने एनएसए और एसपीजी से बात की। हर कोई चिंतित था क्योंकि अधिकारियों के पास वीजा नहीं थे, न ही वहां कोई सुरक्षा प्रबंध किए गए थे और न ही किसी को वहां (शरीफ के पैलेस का) के लेआउट (नक्शा) की जानकारी थी। हमें वहां सीधे ही उतरना था। मैंने कहा, चलिए चलते हैं और वहीं चलकर देखते हैं।'

नवाज शरीफ को सच्चा व्यक्ति बताते हुए मोदी ने कहा कि लोगों से भारत के बारे में झूठ बोला जा रहा है। इस यात्रा से उन तक यह संदेश पहुंच गया कि भारत पाकिस्तान के लोगों का भला ही चाहता है। लेकिन हमारी वापसी के एक हफ्ते के अंदर पठानकोट (हमला) हो गया।

प्रधानमंत्री ने कहा, 'जब इमरान खान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बने तो उन्होंने फोन पर बात की। मैंने उनसे कहा कि दोनों देश कई लड़ाइयां लड़ चुके हैं और हर बार पाकिस्तान को हार का सामना करना पड़ा। प्रधानमंत्री के तौर पर हम दोनों को अगले पांच साल गरीबी मिटाने के लिए काम करना चाहिए। लेकिन इसके बाद पुलवामा जैसी घटना हो गई।'

 

भाजपा ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर किए जा रहे हमले को हताशा का परिणाम बताया है। भाजपा ने कहा कि कांग्रेस न केवल देश भर में हार रही है बल्कि अपने तथाकथित क्षेत्र अमेठी में भी उसका आधार सिमट रहा है।

शनिवार को संवाददाता सम्मेलन में भाजपा प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा राव ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष हताश हैं। उनकी पार्टी न अमेठी और रायबरेली में हारने जा रही है। जमीनी रिपोर्ट बता रही है कि राहुल अमेठी में बड़े अंतर से हारेंगे।

स्थानीय रिपोर्टरों के अनुसार बांटी जा रही शराब और यहां तक कि दोनों क्षेत्रों से बड़ी संख्या में हथियार जब्त किए गए हैं। इसलिए कांग्रेस खेमे का हताश होना स्वाभाविक है।नरसिम्हा ने कहा कि देश के लोग मोदी जी की वापसी चाहते हैं।

राहुल इस सच्चाई को जानते हैं और अमेठी हाथ से निकलने से डरे हुए हैं। ऐसे में वह ऐसे दावे कर रहे हैं जो तथ्यात्मक रूप से पूरी तरह गलत हैं।

कांग्रेस अध्यक्ष ने शनिवार को कहा कि चार चरणों के मतदान के बाद उनकी पार्टी का आंतरिक मूल्यांकन है कि लोकसभा चुनाव में भाजपा हार रही है। नरसिम्हा ने उनके इसी दावे का जवाब दिया है।

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