पांच वर्षों के बाद पीएम मोदी जब अयोध्या की धरती पर पहुंचे थे तो उन्हें रामलला के दर्शनों के साथ ही हनुमानगढ़ी के भी दर्शन जरूर करना चाहिए था
पीएम नरेन्द्र मोदी की अयोध्या में हुई चुनावी जनसभा के बावजूद उनके रामलला के दर्शन न करने पर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरी ने नाराजगी जतायी है. महंत नरेन्द्र गिरी ने कहा है कि पांच वर्षों के बाद पीएम मोदी जब अयोध्या की धरती पर पहुंचे थे तो उन्हें रामलला के दर्शनों के साथ ही हनुमानगढ़ी के भी दर्शन जरूर करना चाहिए था और साधु संतों से उन्हें मुलाकात कर उनका आशीर्वाद भी लेना चाहिए था.
महंत नरेन्द्र गिरी ने कहा है कि प्रधानमंत्री अयोध्या और रामलला को लेकर क्या सोचते हैं यह मैं नहीं जानता हूं, लेकिन अयोध्या जाने के बाद उनके रामलला और हनुमान गढ़ी के दर्शन न करने से साधु संतों को निराशा जरूर हुई है. उन्होंने कहा है कि पीएम मोदी को पहले ही अयोध्या आना चाहिए था. हांलाकि पीएम मोदी की रैली में मंच से जय श्री राम के नारे लगाये जाने का अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरी ने स्वागत किया है. उन्होंने कहा है कि संवैधानिक पद पर रहते हुए पीएम मोदी ने जनसभा में यदि जय श्री राम के नारे लगाये हैं तो ये कदम स्वागत योग्य है.
पीएम मोदी ने पहली बार लगवाए जय श्रीराम के नारे
महंत नरेन्द्र गिरी ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के मुद्दे पर कहा है कि पीएम मोदी की सरकार से उन्हें राम मंदिर के निर्माण की फिलहाल कोई उम्मीद नहीं है. उन्होंने कहा है कि राम मंदिर का मुद्दा सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है. इसलिए सुप्रीम कोर्ट के फैसले या फिर आपसी सुलह समझौते से ही भव्य राम मंदिर का निर्माण हो सकता है. महंत नरेन्द्र गिरी ने कहा है कि राम मंदिर के निर्माण का मुद्दा अब किसी राजनीतिक दल के ऐजेण्डे में भी नहीं है. इसलिए राजनीतिक दलों से भी कोई उम्मीद करना बेमानी है