लखनऊ, । लोकसभा चुनाव 2019 में दूसरे चरण का मतदान आज है। पोलिंग पार्टियों के साथ मतदान से जुटे सभी लोग मुस्तैद हैं। आज पश्चिमी उत्तर प्रदेश की आठ लोकसभा सीट नगीना, अमरोहा, बुलंदशहर, अलीगढ़, हाथरस, मथुरा, आगरा और फतेहपुर सीकरी में सुबह सात बजे से मतदान होगा जो शाम छह बजे तक चलेगा।
लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में आज आठ लोकसभा क्षेत्र में 88 प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में बंद हो जाएगा। इनके भाग्य का फैसला 1.40 करोड़ मतदाता करेंगे। इस चरण में जिन सियासी दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर हैं, उनमें हेमामलिनी-मथुरा, राजबब्बर-फतेहपुर सीकरी और सरकार के मंत्री एसपी सिंह बघेल-आगरा प्रमुख हैं। जिन आठ सीटों पर चुनाव होने जा रहा है, उन सभी सीटों पर भाजपा ने 2014 में जीत दर्ज की थी।आगरा तथा मथुरा में कल रात भारी बारिश के कारण आज मतदान पर मौसम का असर पड़ सकता है। बिजनौर के नजीबाबाद में कल रात पोलिंग एजेंटों को अंधेरे में गुजारनी पड़ी। नजीबाबाद में रात आंधी आने के बाद आदर्शनगर बिजलीघर के फीडर से बिजली गुल होने के कारण पूरी रात पोलिंग एजेंटों को अंधेरे में रहना पड़ा।
बिजनौर में ट्रायल के दौरान VVPAT मशीन में कुछ खराबी
ट्रायल के दौरान बिजनौर के नगीना स्थित नवीन शिक्षा सदन विश्नोई सराय बूथ नंबर 289 की भी VVPAT मशीन में कुछ खराबी, सेक्टर मजिस्ट्रेट में दूसरी मशीन उपलब्ध कराने के लिए निर्देश। किरतपुर हिन्दू इंटर कालेज बूथ 59 पर VVPAT मशीन में स्लिप नही निकलने पर मशीन बदली गई।
दूसरे चरण की लोकसभा सीटों में नगीना (सुरक्षित) से सात, अमरोहा से 10, बुलंदशहर (सुरक्षित) से 10, अलीगढ़ से 14, हाथरस (सुरक्षित) से आठ, मथुरा से 13, आगरा (सुरक्षित) से 11 तथा फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट से 15 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। यह सभी लोकसभा क्षेत्र बिजनौर, अमरोहा, हापुड़, बुलंदशहर, अलीगढ़, हाथरस, मथुरा, आगरा व एटा जिले में आते हैं।
आठ लोकसभा क्षेत्रों में कुल 1.40 करोड़ मतदाता
दूसरे चरण की आठ लोकसभा क्षेत्रों में कुल 1.40 करोड़ मतदाता हैं। इसमें 75.83 लाख पुरुष, 64.92 लाख महिला और 878 थर्ड जेंडर के मतदाता शामिल हैं। कुल मतदाताओं में से 2,61,221 मतदाताओं की उम्र 18 से 19 वर्ष तक है। मतदान के लिए सभी आठ लोकसभा क्षेत्रों में कुल 8751 मतदान केंद्र तथा 16,162 मतदेय स्थल बनाए गए हैं। इनमें से 3314 मतदेय स्थल क्रिटिकल हैं।
इससे पूर्व पहले चरण में भी आठ लोकसभा सीटों के लिए ही 11 अप्रैल को मतदान हुआ था। पहले चरण की दस जिलों आठ सीटों में सहारनपुर, कैराना, बिजनौर, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद व गौतमबुद्धनगर सीट शामिल थी।
डिजिटल निगरानी पर खास जोर
पारदर्शिता के लिए इस बार डिजिटल निगरानी पर खासा जोर है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी एल वेंकटेश्वर लू ने बुधवार को पत्रकारवार्ता में बताया कि मतदान पूरी तरह स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण होगा। इसके लिए आयोग ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। मतदेय स्थलों पर होने वाले मतदान की निगरानी के लिए 1121 डिजिटल कैमरे, 781 वीडियो कैमरे और 1614 वेब कास्टिंग कैमरे लगाये गए हैं। इस बार सभी मतदान केंद्रों पर वीवीपैट का प्रयोग होगा।
कड़ी सुरक्षा और निगरानी
इन संसदीय क्षेत्रों में 1598 माइक्रोश ऑब्जर्वर, 1346 सेक्टर, 187 जोनल और 617 स्टैटिक मजिस्ट्रेट तैनात किये गए हैं। 41 सहायक व्यय प्रेक्षकों समेत आठ सामान्य, चार पुलिस और आठ व्यय प्रेक्षक भी तैनात हैं। निष्पक्ष और सकुशल मतदान संपन्न कराने के लिए 106203 मतदान कर्मियों के अलावा पर्याप्त संख्या में अद्र्धसैनिक बल और पीएसी के जवान भी लगाए गए हैं। लू ने कहा कि पहले चरण से सीख लेते हुए इस चरण में कमियों को दूर किया गया है। पिछली बार इवीएम की हैंडलिंग, उनको लगाने, मतदान के पूर्व जांच के लिए मॉक पोलिस में कुछ कमियां थीं। अधिक से अधिक लोग मतदान करें इसके लिए हर केंद्र पर संभव बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने का प्रयास किया गया है।