लखनऊ, । लोकसभा चुनाव 2019 के लिए प्रत्याशियों के नामांकन का दौर जारी है। सोमवार को बसपा-सपा गठबंधन से मोहनलालगंज लोकसभा के प्रत्याशी सीएल वर्मा ने कलेक्ट्रेट में नामांकन किया। बसपा-सपा-रालोद गठबंधन ने मोहनलालगंज सीट से सीएल वर्मा को मैदान में उतारा है। इस दौरान बसपा, सपा के नेता भी मौजूद रहे।
उन्होंने कहा केन्द्र की सरकार बनाने में उत्तर प्रदेश के मतदाताओं की बड़ी भूमिका होती हैं क्योंकि दिल्ली का रास्ता यूपी से होकर जाता है और इस बार यूपी की जनता ने मन बना लिया है झूठे वादे करने वालों को सत्ता से हटाना है। आज इस देश के लोकतंत्र और संविधान के लिए भाजपा एक खतरा बन गयी है, ये संविधान को बदलकर लोकतंत्र को खत्म करना चाहते है इसलिए आज जनता भाजपा सरकार से मुक्ति पाना चाहती है।
वर्मा ने कहा कि वर्तमान सांसद ने अपने संसदीय क्षेत्र में कोई भी विकास कार्य नहीं किया है। उन्होनें अपनी संासद निधि जो जनता के हितो के लिए मिली थी उसे भी बचाकर वापस कर दी। वर्तमान सांसद ने अपने संसदीय क्षेत्र में किसी भी परिवार का हाल नहीं पूछा। आज भाजपा असल मुद्दों से भाग रही है, उसके पास लोकसभा चुनाव में धु्रवीकरण ही एक मात्र हथियार है। पिछले कई सालों में देश में इतनी बेरोजगारी कभी नहीं थी जितनी आज है। श्री वर्मा ने कहा मेरा ध्यान मोहनलालगंज के विकास पर है, यहाँ की जनता के लिए जनउपयोगी कार्य करना ही मेरी प्राथमिकता है, मेरा लक्ष्य खुशहाल और शिक्षित मोहनलालगंज बनाना है, हम विकास के लिए हर सम्भव प्रयास करेगें।
मोहनलालगंज लोकसभा सीट पर भाजपा और सपा-बसपा गठबंधन के बीच सीधी लड़ाई दिख रही थी, लेकिन कांग्रेस ने अपने प्रत्याशी को बदलकर मुकाबले को दिलचस्प बना दिया है।
मोहनलालगंज सुरक्षित सीट भाजपा ने 2014 के लोकसभा चुनाव में सपा से जीती थी। मोदी लहर में यहां से कौशल किशोर विजयी हुए थे। बसपा से प्रदेश सरकार में मंत्री और लगातार तीन बार मोहनलालगंज के विधायक रहे आरके चौधरी ने चुनाव लड़ा था।