विदेशी ही नहीं, प्रदेश के अन्य सभी जमातियों पर भी कस रहा शिकंजा

Update: 2020-04-07 11:42 GMT

लखनऊ,  । देश तथा प्रदेश में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच दिल्ली से लौटे विदेशी तथा देश के अन्य राज्यों के तब्लीगी जमातियों की पहचान लॉकडाउन के कारण संभव हो सकी। अब योगी आदित्यनाथ सरकार विदेशी जमातियों के खिलाफ मुकदमे दर्ज करने के बाद राज्य में उन जमातियों को चिह्नित करने के काम में तेजी ले आई है जो दिल्ली गए थे।

सरकार जमातियों के करीबियों की खोज में लगी है। इनमें से अधिकांश तो कोरोना वायस पॉजिटिव हैं। यह सभी लॉकडाउन के बावजूद स्थानीय मस्जिदों में छिपे हुए थे। कई जिलों में इनके खिलाफ मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैैं। ऐसे जमातियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है और सरकार के दिशा निर्देशों के उल्लंघन पर उनके खिलाफ भी कानूनी शिकंजा कसेगा।

राजधानी लखनऊ की बात करें तो यहां 165 जमाती चिह्नित हैं। इनमें 46 लोग निजामुद्दीन मरकज में शामिल हुए थे। यहां 23 विदेशी नागरिकों के खिलाफ मुकदमे दर्ज हैं। इसके साथ कैंट कोतवाली के सदर में कसाई बाड़़ा स्थित अली जान मस्जिद में मिले 12 जमातियों के कोराना वायरस से संक्रमित होने की जानकारी मिलने के बाद इन सभी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई।

इसी तरह आगरा में पहला मुकदमा सदर थाने में छह लोगों के विरुद्ध दर्ज किया गया। इन पर धौलपुर के एक युवक को तब्लीगी जमात से लौटकर अपने यहां रोकने का आरोप है। दूसरा मुकदमा रकाबगंज थाने में छीपीटोला निवासी चांद बाबू के खिलाफ दर्ज हुआ है। जिसने दो महिला जमातियों को रोकने की जानकारी पुलिस को न देने का आरोप है। मैनपुरी में दो अलग-अलग थाना क्षेत्रों में 20 जमातियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज हुई। फिरोजाबाद में 27 के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ।

गोरखपुर व बस्ती मंडल में 51 जमातियों व उनको संरक्षण देने वाले दो मौलवी के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ तो महाराजगंज में यह संख्या 30 है। गोरखपुर में मस्जिद में पकड़े गए 12 जमातियों में से एक बिहार और 11 प्रतापगढ़ के हैंं। सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है। संरक्षण देने वाले मानवेला मस्जिद के मौलवी पर भी मुकदमा दर्ज हुआ है।

मुरादाबाद में 27 और वाराणसी में छह तब्लीगी जमातियों पर विभिन्न थानों में मुकदमा दर्ज कराया गया है। जौनपुर में लॉकडाउन के बाद दिल्ली के साथ ही मेरठ से आए कुल सौ तब्लीगी जमातियों पर पांच थानों में मुकदमा दर्ज है। इसमें 14 बांग्लादेशी व एक नेपाली भी है। मऊ में दिल्ली से आए 114 जमाती व 28 शरणदाताओं पर मुकदमा दर्ज कराया गया है। मीरजापुर में दिल्ली से आए छह जमाती और भदोही में काजीपुर स्थित मरकज मस्जिद में छिपे 14 के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ।

कन्नौज में जमातियों को संरक्षण देने वाले पूर्व चेयरमैन हाजी रहीश के बेटे मोहम्मद पर भी कानूनी घेरा कसा। अलीगढ़ में 81 जमाती निजामुद्दीन जमात में शामिल नहीं हुए थे। ये सभी धूमते हुए यहां आए। इनमें से 80 के खिलाफ धारा मामला दर्ज कराया जा चुका है। बरेली मंडल में अब तक आठ तब्लीगियों पर मुकदमा दर्ज कराया गया, जिन्होंने दिल्ली से लौटने की जानकारी छिपाई।

इन आरोपों में दर्ज हुए मुकदमे

जमातियों के खिलाफ लॉक डाउन के उल्लंघन, टूरिस्ट वीजा पर आकर धर्म का प्रचार करने और राजधानी पहुंचने के बाद स्थानीय पुलिस को सूचना नहीं देने के आरोप में एफआइआर दर्ज की गई है। अधिकांश मुकदमों में धारा 188, 269, 270, 271 व धारा तीन महामारी अधिनियम 1897 व धारा 56 आपदा प्रबंधन के तहत एफआइआर हुई। विदेशियों पर 14 विदेशी एक्ट भी लगाया गया है।

मेरठ मंडल में सर्वाधिक मुकदमे

मेरठ व आसपास के जिलों (सहारनपुर, शामली, मुजफफरनगर, बिजनौर, बागपत, बुलंदशहर) में अब तक कुल 2413 जमाती चिह्नित किए जा चुके हैं। इनमें 170 विदेशी हैं और अन्य देश के विभिन्न राज्यों के। अब तक 244 जमातियों के खिलाफ मुकदमे दर्ज हुए हैं। इनमें दस शरणदाता व 105 विदेशी शामिल हैं।

बिना मास्क मंडियों में नहीं मिलेगा प्रवेश

कोरोना संक्रमण को देखतेे हुए मंडियों में मास्क लगाए जाने को अनिवार्य कर दिया गया है। राज्य कृषि उत्पादन मंडी परिषद निदेशक जेपी सिंह ने बताया कि मंडी आने वाले सभी व्यापरियों, किसानों व पल्लेदारों सहित अन्य लोगों के लिए अब मास्क पहनना जरूरी होगा। परिसर में सभी अधिकारी व कर्मचारी भी मास्क का अवश्य प्रयोग करेंगे। इस आश्य के निर्देश जारी कर दिए गए है। निदेशक ने बताया कि मंडी में भीड़-भाड़ होने के कारण सोशल डिस्टेंसिंग पर विशेष बल दिया जा रहा है और सैनिटाइजेशन की भी प्रभावी व्यवस्था बनाई गई है। सभी मंडियों में कई चक्र सैनिटाइजेशन कराया जा चुका है। इस व्यवस्था के सुचारू संचालन के लिए मुख्य अभियंता जेके सिंह को नोडल अधिकारी नामित किया गया है।

फायर ब्रिगेड की मदद से प्रदेश में होता रहेगा सैनिटाइजेशन

शासन के निर्देश पर दमकल कर्मियों (फायर ब्रिगेड) की मदद से जिलों को सैनिटाइज कराया जा रहा है। अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि अग्निशमन विभाग की ओर से गौतमबुद्धनगर, लखनऊ, बागपत, बुलंदशहर, अमेठी, आगरा, सहारनपुर, प्रयागराज व शामली में कई क्षेत्रों व स्थानों को सैनिटाइज किया गया है। उन्होंने बताया कि तीन से छह अप्रैल के बीच मथुरा, फीरोजाबाद, वाराणसी, चंदौली, बरेली, गोंडा व बाराबंकी में भी सैनिटाइजेशन किया गया है। अन्य जिलों में भी सभी क्षेत्रों को सैनिटाइज कराने के निर्देश दिए गए हैं।

दस लैब होंगी अपग्रेड, मिलेंगे बेहतर नतीजे

यूपी में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच जांच की सुविधाओं में तेजी से इजाफा किया जा रहा है। राज्य सरकार ने 10 मेडिकल कॉलेजों की मॉलीकुलर लैब को बायो सेफ्टी लेवल (बीएसएल) (लेवल थ्री) की लैब में अपग्रेड करने का निर्णय लिया है। इसके चलते नमूने और सुरक्षित ढंग से जांचे जा सकेंगे। जांच करने वालों में संक्रमण का खतरा बहुत कम होगा और रिपोर्ट भी ज्यादा सटीक आएगी। वहीं पांच मेडिकल कॉलेजों में कोरोना वायरस की जांच की सुविधा शुरू होने जा रही है। ऐसे में अब कुल 15 प्रयोगशालाओं में जांच होगी। इसके लिए इंडियन काउंसिल आफ मेडिकल रिसर्च (आइसीएमआर) से अनुमति मिल गई है। आगे नौ और लैब खोलकर कुल 24 लैब की जाएंगी। स्वास्थ्य विभाग को इसके लिए राज्य स्तर पर बने कोविड-19 फंड से रकम दी जाएगी। फिलहाल जिन 10 मेडिकल कॉलेजों में लैब को अपग्रेड कर किया जाएगा, उनमें संजय गांधी पीजीआई लखनऊ, केजीएमयू लखनऊ, एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज मेरठ, एमएलएन मेडिकल कॉलेज प्रयागराज ,एमएलबी मेडिकल कॉलेज झांसी, बीआरडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर, यूपी यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिकल साइंसेस सैफई इटावा, जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज कानपुर ,जेएन मेडिकल कॉलेज अलीगढ़ और लखनऊ की निजी लैब आरएमएल मेहरोत्रा शामिल है। वहीं पांच नई लैब डॉ राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान लखनऊ, आगरा मेडिकल कॉलेज कानपुर मेडिकल कॉलेज, सुपर स्पेशियलिटी संस्थान नोएडा और आइवीआरआइ बरेली भी शामिल हैं।

अब होगी दो हजार नमूने की जांच

यूपी में 10 लैब अपग्रेड होने और पांच नई लैब खुलने से जांच का दायरा और बढ़ जाएगा। अभी तक प्रतिदिन 1350 नमूनो की जांच हो रही है। जल्द ही दो हजार नमूनों की जांच हो सकेगी। जिन जिलों में मेडिकल कॉलेज नहीं हैैं, वहां कलेक्शन सेंटर बनाए जाएंगे।  

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