बसपा में उठापटक की वजह लोकसभा प्रत्याशी अन्तरिक्ष सैनी!

Update: 2019-02-26 13:54 GMT

अन्तरिक्ष सैनी की बसपा में एंट्री एक गहरी साजिश--सूत्र

दीपक मौर्य

हरिद्वार। बसपा उत्तराखंड में जिस मजबूती से आगे बढ़ रही थी उसमें अचानक ऐसा क्या हो गया कि बसपा में आज अस्थिरता का माहौल है। बसपा में उठापठक का जो दौर चल रहा है कहीं उसकी वजह लोकसभा हरिद्वार के प्रत्याशी अंतरिक्ष सैनी तो नही? सूत्रों के हवाले से ऐसी ही खबरे बाहर आ रही हैं। आपको बता दें उत्तराखंड में बसपा कभी सत्ता की तरफ बढ़ती हुई तीसरी सबसे बड़ी ताकत थी लेकिन किन्ही कारणों से बसपा का ग्राफ बहुत तेजी के साथ नीचे गिरा। बसपा सुप्रीमों ने उत्तराखंड को गंभीरता से लेते हुए वहाँ का संगठन बदला तथा सहारनपुर से मेहनती व युवा नेता कुलदीप बालियान को उत्तराखंड के प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी। नवनियुक्त अध्यक्ष ने जोड़ने की राजनीति को बल देते हुए पार्टी से पुराने नेताओं की वापसी करायी।

बालियान ने अपने व्यवहार से पार्टी में जिला पंचायत अध्यक्ष सविता चौधरी, किसान आयोग के अध्यक्ष राजेंद्र चौधरी, पूर्व राज्य मंत्री एसपी बावरा को पार्टी में शामिल कराकर पार्टी को एक मजबूती देने का काम किया। उन्होंने तो पूर्व विधायक शहजाद को भी पार्टी में शामिल करा दिया था लेकिन विरोधियों ने राजनैतिक चाल चलकर उन्हें बाहर करवा दिया। प्रदेश अध्यक्ष ने मंगलौर चेयरमैन व उनके भाई डॉ शमसाद सहित मुस्लिम समाज के कद्दावर नेता हाजी सरवत करीम अंसारी को भी बसपा में शामिल करा दिया। लक्सर एवं रुड़की से कुछ बड़े नेताओं को भी पार्टी में लाया गया। लेकिन विरोधी दलों के साथ साथ पार्टी के एक खेमा भी बसपा के बढ़ते वजूद से खुश नही था।

उत्तराखंड में बसपा की राजनीति का गढ़ हरिद्वार ही माना जाता है जहां से बसपा के कभी 7- 7 विधायक हुआ करते थे। बसपा में एक ऐसा चेहरा लोकसभा का चुनाव का दावेदार था जो हरिद्वार की राजनीति में अपनी मजबूत पकड़ रखता है। उसकी जाति की हरिद्वार के ग्रामीण अंचल में अपनी मजबूत पैठ मानी जाती है। लेकिन राजनैतिक सूत्रों का कहना है कि एक विपक्षी दल ने एक सोची समझी साजिश के तहत अंतरिक्ष सैनी की बसपा में एंट्री करा दी। कितने आश्चर्य की बात है कि एंट्री ही इस शर्त पर हुई कि लोकसभा का टिकट केवल अंतरिक्ष सैनी को मिलेगा। जबकि बसपा के बेस वोट दलित और चुनाव को प्रभावित करने की क्षमता रखने वाले मुस्लिम समाज अंतरिक्ष सैनी को बिल्कुल पसंद नही करता।

सूत्र तो यहां तक कह रहे हैं कि बसपा में अंतरिक्ष सैनी ने घुसते ही अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया। बसपा गुटबाजी में बटती हुई दिखाई दी। ये भी सोलह आने सच है कि उत्तराखंड के प्रदेश नेताओं को विश्वास में लिये बिना अंतरिक्ष सैनी का टिकट एक बड़े नेता जी मे करा दिया। नेताजी के स्वजातीय होने व एक बड़े कारक का लाभ भी उक्त प्रत्याशी को मिल गया। अंतरिक्ष सैनी ने अपनी सैनी बिरादरी में कोई छेड़छाड़ न करके दूसरी बिरादरियों में ( जैसा कि सूत्र बता रहे हैं कि इसी रणनीति के लिए एंट्री की थी) तोड़ फोड़ शुरू कर दी। बसपा नेताओं में आपस मे ही मतभेद शुरू हो गये। अभी हाल ही में रविदास जयंती के कार्यक्रम में शामिल होकर अंतरिक्ष सैनी ने इस उठापठक की घटना को हवा दे दी।

लोकसभा हरिद्वार की सीट जीतने का ख्वाब देख रही बसपा में किसी ने ऐसी दीमक लगा दी जिसका अब कोई इलाज नही दिखाई दे रहा है। बसपा में अंतरिक्ष सैनी का टिकट पिछली बार भी कुछ इसी तरह से कटा था। इस बार के घटनाक्रम की भी छोटी छोटी जानकारी बसपा सुप्रीमों तक जा रही हैं। केवल एक व्यक्ति की वजह से पार्टी में गुटबाजी पनप रही है भला ये कैसे बर्दाश्त कर सकतीं है बहन जी। सूत्रों के हवाले से खबर है कि जल्द ही हरिद्वार लोकसभा सीट पर कुछ परिवर्तन हो सकते हैं। बसपा में हरिद्वार सहित उत्तराखंड की राजनीति में मजबूत दखल रखने वाले दावेदार को मौका मिल सकता है।..... रिपोर्ट दीपक मौर्य जनता की आवाज के लिए हरिद्वार से

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