अखिलेश रविवार दोपहर लोहिया वाहिनी के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप तिवारी की बहन की शादी में कानपुर में आए थे। उनसे सपा के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव अमर सिंह के संबंध में सवाल किया तो बोले कि कौन आरएसएस वाले अमर सिंह? इसके बाद बोलने से मना कर दिया।
चाचा शिवपाल सिंह यादव से संबंधित सवाल को भी टाल गए। गठबंधन से सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के नाखुश होने की बात पर कहा कि नेताजी 'एडजस्टमेंट का मतलब समझते हैं।'
अखिलेश ने कहा कि किसानों का कर्ज शत-प्रतिशत माफ किया जाना चाहिए। फर्जी एनकाउंटर का काउंटर जनता वोट से करेगी। डॉ. राम मनोहर लोहिया और डॉ. भीमराव अंबेडकर दोनों दलितों, पिछड़ों, अल्पसंख्यकों में समझौता चाहते थे, लेकिन तब किन्हीं कारणों से नहीं हो पाया। सपा-बसपा गठबंधन से डॉ. लोहिया और डॉ. अंबेडकर का सपना पूरा हो गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुंभ जाने की बात पर कहा कि आशीर्वाद देने वाले साधु संत चले गए, तब पीएम पहुंचे हैं।