कासगंज में तिरंगा यात्रा की अनुमति न मिलने से आहत है मृतक चंदन का परिवार

Update: 2018-08-14 12:04 GMT

26 जनवरी को कासगंज में निकली तिरंगा यात्रा के दौरान चंदन गुप्ता हत्याकांड के बाद से आज तक चंदन का परिवार सदमें है. हर पल अपने लाड़ले की यादों में जी रहा परिवार चाहता है कि तिरंगा यात्रा निकाली जाए. लेकिन प्रशासन ने इस बार 15 अगस्त को तिरंगा यात्रा की अनुमति नहीं दी है. इस फैसले से चंदन का परिवार आहत है. उनका कहना है कि चंदन की याद में तिरंगा यात्रा की अनुमति मिलनी चाहिए थी. परिवार का कहना है कि ऐसा लग रहा है कि हम किसी और देश में रह रहे हैं.

चंदन की मां ने कहा कि तिरंगा यात्रा अगर चंदन की याद में निकाली जाती तो ठीक था. अगर लोग तिरंगा यात्रा निकालना चाह रहे थे तो उन्हें अनुमति मिलनी चाहिए थी. तिरंगा यात्रा से चंदन की यादें जुड़ीं हैं. अब निकले या न निकले यह तो प्रशासन के हाथ में है.

बहन कहती हैं कि कुछ लोग चंदन की याद में यात्रा निकालना चाहते थे, लेकिन उसकी परमिशन नहीं मिली. इससे एक बात तो साफ हो गई की कौन चंदन के साथ है.

उधर पिता का कहना है कि यह आहात करने वाली बात है. प्रशासन ने जो निर्णय लिया है तो सोच समझकर लिया होगा. लेकिन बच्चों को यात्रा की अनुमति देनी चाहिए थी. ताकि उनमें देशभक्ति की भावना और बनी रहें हो. ऐसा लग रहा है कि हम अपने देश में नहीं रहकर बाहर कहीं रह रहे हैं. जैसे बच्चों को बंधक बनाया गया है, उन्हें नजरबंद करके रखा गया है, वह ठीक नहीं है. देश में तिरंगा यात्रा निकालने के लिए अनुमति लेने की क्या जरुरत है.

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