''काशी दुर्लभ ज्ञान पुंज, विश्वनाथ कs धाम, मुअले पर गंगा मिले, जियते लंगड़ा आम।'' सावन कृष्ण एकादशी के दिन बाबा श्रीकाशी विश्वनाथ का अरघा आम से भरने की परंपरा का निर्वहन गुरुवार को हुआ।
''काशी दुर्लभ ज्ञान पुंज, विश्वनाथ कs धाम, मुअले पर गंगा मिले, जियते लंगड़ा आम।'' सावन कृष्ण एकादशी के दिन बाबा श्रीकाशी विश्वनाथ का अरघा आम से भरने की परंपरा का निर्वहन गुरुवार को हुआ।