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उत्तर प्रदेश

बाबा के दरबार में आधी रात से ही आस्‍था की कतार, बम बम बोल रही है काशी #हर_हर_महादेव

बाबा के दरबार में आधी रात से ही आस्‍था की कतार, बम बम बोल रही है काशी #हर_हर_महादेव
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वाराणसी, । भगवान शिव की नगरी काशी शिवरात्रि पर्व के मौके पर आधी रात से ही बम बम है। शिवरात्रि के मौके पर काशी विश्‍वनाथ दरबार में सुबह से ही दर्शन पूजन का अनवरत क्रम जारी है। गंगा घाट से लेकर बाबा दरबार तक आस्‍था का अनवरत रेला आधी रात से ही जारी है। बैरिकेडिंग पर आस्‍थावानों की भीड़ रात से ही उमड़ी और बाबा दरबार में कपाट खुलने का इंतजार किया। जैसे ही सुबह आरती के बाद दरबार खुला वैसे ही काशी विश्‍वनाथ की गलियां हर हर महादेव के घोष से गूंज उठीं। हर हर गंगे और बम बम के नारों से काशी की गलियां गूंज उठीं तो आस्‍था का ओर छोर देखते की बन पड़ा।

वाराणसी में काशी विश्‍वनाथ दरबार के अलावा सारनाथ में सारंगनाथ, तिलभांडेश्‍वर, मारकंडेय महादेव आदि मंदिरों में सुबह से ही आस्‍था का रेला उमड़ा और लोगों ने जलाभिषेक कर बाबा से आशीष मांगा। भगवान शिव की नगरी शिवरात्रि पर आस्‍था के रंग में रंगी नजर आई और बीएचयू के मंदिर में भी लोगों ने दर्शन पूजन और जलाभिषेक कर पुण्‍य की कामना की। वहीं शहर के अन्‍य प्रमुख शिवालयों में भी सुबह से ही जलाभिषेक करने वालों की कतार ने लोगाें को आस्‍था के रंग में ऐसा रंगा कि पूरी काशी शिव मय नजर आने लगी।

45 घंटे खुला रहेगा बाबा दरबार

बाबा के विवाहोत्सव यानी महाशिवरात्रि की पूर्व संध्या पर गुरुवार को ही काशी विश्वनाथ मंदिर भक्तों का रेला उमड़ पड़ा। गंगा में डुबकी लगाई, पात्र में जल लिया और बाबा दरबार के दर पर दस्तक दे दिया। कतार में लगे और हर-हर महादेव उद्घोष से इलाका गुंजा दिया। हाथ में माला-फूल, भांग-धतूरा लिए भोर का इंतजार किया। पर्व विशेष पर बाबा की झांकी दर्शन के लिए विभिन्न प्रांतों से जुटे भक्तों ने अपने भावों से एक किलोमीटर के दायरे में मिनी भारत को एकाकार कर दिया। महाशिवरात्रि पर हर वर्ष उमडऩे वाली भीड़ को देखते हुए रात 2.15 बजे मंगला आरती शुरू हुई। भोर 3.30 बजे मंदिर के पट आम भक्तों के लिए खोल दिए गए। उन्हें ढूंढिराज व छत्ताद्वार से प्रवेश दिया गया। भीड़ को देखते हुए झांकी दर्शन की व्यवस्था की गई। गर्भगृह के बाहर से ही श्रद्धालुओं ने बाबा को शीश नवाया और जल-बेल पत्र अर्पित कर मनोकामनाओं का पिटारा उड़ेल दिया। पर्व पर मंदिर लगातार लगभग 45 घंटे तक खुला रहेगा। पट 22 फरवरी की रात में शयन आरती के बाद बंद होंगे।

रानी भवानी परिसर में सजेगा जनवासा

बाबा व माता पार्वती के विवाह बेला में रानी भवानी परिसर में जनवासा सजेगा। गर्भगृह में झांकी सजाई जाएगी। विवाह की रस्मों के प्रतीक शाम से पूरी रात चार प्रहर की आरती होगी और अटूट दर्शन चलता रहेगा। मध्याह्न भोग आरती दोपहर 12 बजे से 12.30 बजे तक चलेगी तो रात में पहले पहर की आरती 10.50 से 12.30 बजे तक, दूसरे पहर की मध्य रात्रि 1.20 बजे से 2.30 बजे तक, तीसरे पहर की आरती 22 की भोर 2.55 से 4.25 बजे तक और चौथे पहर की आरती 22 की सुबह 4.55 से शुरू होगी। पर्व विशेष पर मंदिर को फूलों से सजाया गया।

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