Janta Ki Awaz
उत्तर प्रदेश

आजम खां भू माफिया घोषित, रामपुर में जमीन कब्जे के दर्जन से अधिक केस

आजम खां भू माफिया घोषित, रामपुर में जमीन कब्जे के दर्जन से अधिक केस
X

रामपुर, । समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खां को रामपुर में भू माफिया घोषित किया गया है। जौहर यूनिवर्सिटी के लिए किसानों की जमीनें कब्जाने के आरोप में फंसे समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खां को प्रशासन ने भूमाफिया घोषित कर दिया है।

उप जिला अधिकारी की ओर से उनका नाम उत्तर प्रदेश एंटी भू माफिया पोर्टल पर दर्ज कराया गया है। आजम खां के खिलाफ एक सप्ताह के दौरान जमीन कब्जाने के 13 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। इनमें एक मुकदमा 12 जुलाई को प्रशासन की ओर से दर्ज कराया गया, जिसमें कहा गया है कि आलिया गंज के 26 किसानों ने जमीन कब्जाने का आरोप लगाया है । इन सभी किसानों ने जिला अधिकारी को शपथ पत्र के साथ शिकायत दर्ज कराई थी कि आजम खां ने उनकी जमीन जबरन जौहर यूनिवर्सिटी में मिला ली है। तत्कालीन सीओ सिटी आले हसन खां ने उन्हें डराया धमकाया। हवालात में बंद किया और चरस व स्मैक में जेल भेजने की धमकी दी । इसी कारण उन्होंने शुरू में शिकायत करने की हिम्मत नहीं जुताई। यह मामला दर्ज करते ही पुलिस ने उसी रात मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी में मुख्य सुरक्षा अधिकारी बने आले हसन खान के आवास पर छापा मारा। तब आले हसन हाथ नहीं लग सके, लेकिन पुलिस उनके बेटे को गिरफ्तार करके ले गई।

पुलिस आले हसन के बेटे और पत्नी के खिलाफ भी सरकारी कार्य में बाधा डालने का मुकदमा दर्ज कराया। इसके बाद आलिया गंज के उन सभी 26 किसानों ने अजीम नगर थाने में अलग-अलग तहरीर दी। इनमें से 12 किसानों की तहरीर पर पुलिस रिपोर्ट दर्ज कर चुकी है, जबकि 14 किसानों की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज करने की तैयारी है। इससे पहले एक जून को भी प्रशासन ने आजम खान और मुख्य सुरक्षा अधिकारी आले हसन खां के खिलाफ कोसी नदी क्षेत्र की पांच हेक्टेयर सरकारी जमीन कब्जाने और सरकारी कार्य में बाधा डालने का मुकदमा दर्ज कराया था। इस तरह आजम खां और आले हसन खान के खिलाफ जमीन कब्जाने के पुलिस में 14 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं।

समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खां की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। रामपुर में आजम खां और उनके सहयोगी पूर्व सीओ आले हसन के खिलाफ 15 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। आजम खां पर एक दिन में अब तक आठ एफआईआर दर्ज हो चुकी है। सपा सांसद आजम खान के खिलाफ अलग-अलग मामलों में 15 एफआईआर दर्ज हो चुकी है। इनमें महिलाओं पर अभद्र टिप्पणी से लेकर किसानों की जमीन हड़पने तक के आरोप हैं।

आजम खां का नाम भू माफिया पोर्टल पर दर्ज

उपजिलाधिकारी सदर प्रेम प्रकाश तिवारी ने बताया कि आजम खां का नाम भू माफिया पोर्टल पर दर्ज करा दिया गया है। आगे की कार्रवाई नियमानुसार की जाएगी।

दबंगई से जमीन कब्जा करने वालों को घोषित किया जाता भू माफिया

जिला अधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह का कहना है कि शासनादेश के मुताबिक ऐसे लोगों को भूमाफिया घोषित किया जाता है जो दबंगई से जमीनों पर कब्जा करने के आदी हैं । जो लोग अवैध कब्जे को छोडऩे के लिए तैयार नहीं है और जिनके खिलाफ पुलिस में केस दर्ज है उनका ही नाम उत्तर प्रदेश एंटी भू माफिया पोर्टल पर दर्ज कराया जाता है । सरकार भी इसकी निगरानी करती है।

स्पेशल टीम करेगी विवेचना

पुलिस अधीक्षक डाक्टर अजय पाल शर्मा का कहना है कि आजम खां के खिलाफ दर्ज मुकदमों की विवेचना तीन सदस्यीय स्पेशल टीम करेगी। विवेचना पूरी तरह निष्पक्ष होगी। उन्होंने बताया कि भूमाफिया व हिस्ट्रीशीटर में अंतर होता है। हिस्ट्रीशीट उनकी खोली जाती है, जो अपराध करने के आदी हैं। उनके फरार होने की आशंका है और पुलिस को उनकी निगरानी की आवश्यकता है।

बदले की भावना से की जा रही कार्रवाई

रामपुर के सांसद आजम खां ने अपने खिलाफ दर्ज की गई एफआईआर और तीन सदस्यीय एसआईटी गठित करने के साथ भू माफिया घोषित करने के मामले में कहा कि एफआईआर फर्जी हैं। यह बदले की भावना से किया जा रहा है। हमारे खिलाफ जुल्म ज्यादती की जा रही है। हमने तो लोकसभा चुनाव जीता है और अब विधानसभा का उप चुनाव भी जीतेंगे। नफरत का संदेश देकर भारतीय जनता पार्टी बहुत फायदा पा लेगी ऐसा उसका गलत ख्वाब है। समाज में इतना बंटवारा करना गलत है। लोग तो शिक्षा के लिए जमीन देते हैं। भारतीय जनता पार्टी तो जमीन छीनने के लिए काम कर रही है। सिर्फ चंद बीघा जमीन के लिए इतना गंदा काम निंदनीय है।

Next Story
Share it