लखनऊः शहीद पथ पर सराफ से 10 लाख की लूट, चेहरे पर स्प्रे मारकर छीन ले गए बैग
लखनऊ के पीजीआई के सेक्टर-आठ शहीद पथ की सर्विस लेन पर सोमवार देर शाम कार सवार बदमाशों ने सराफ दिलीप कनौजिया से दस लाख रुपये के सोने-चांदी के जेवरों से भरा बैग लूट लिया। बैग में छह किलो चांदी और 200 ग्राम सोने के जेवर समेत अन्य सामान रखा था।
वारदात की जानकारी मिलते ही क्राइम ब्रांच समेत अन्य अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर छानबीन की। प्रभारी निरीक्षक अशोक कुमार सरोज ने बताया कि दिलीप कनौजिया वृंदावन के सेक्टर सात में रहते हैं और निलमथा में नैना ज्वैलर्स के नाम से दुकान करते हैं।
सोमवार शाम साढ़े सात बजे वह दुकान बंद कर स्कूटी से घर को निकले। उनकी पीठ पर एक बैग था, जिसमें सोने-चांदी के जेवर थे। शहीद पथ होते हुए वह सेक्टर-आठ के पास सर्विस लेन में उतर गए। बकौल दिलीप, सर्विस लेन पर एक सफेद रंग की कार खड़ी थी।
वह आगे बढ़े तो कार पीछे लग गई। हालांकि, उस वक्त उन्होंने कार पर ध्यान नहीं दिया। कुछ दूर चलने के बाद कार ने ओवरटेक करते हुए उनकी स्कूटी रोक ली। इससे पहले कि दिलीप कुछ समझ पाते, कार से एक बदमाश निकला और उनका बैग छीनने लगे। दिलीप उससे भिड़ गए।
गोली मारने की दी धमकी
इस पर बदमाश का साथी आया और उसने तमंचे से हवा में फायरिंग करके दिलीप को डराने की कोशिश की। दिलीप ने फिर भी बैग नहीं छोड़ा तो कार से बदमाशों का तीसरा साथी उतरा और उनके चेहरे पर स्प्रे मार दिया। स्प्रे लगते ही दिलीप बेसुध हो गए और बदमाश उनका बैग लेकर भाग निकले। कुछ देर बाद होश आने पर दिलीप ने पुलिस और परिवारीजनों को सूचना दी। पुलिस रूट पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज निकलवा रही है।
सराफ ने बताया कि कार में एक महिला भी बैठी थी। लुटेरों के साथ महिला की मौजूदगी पुलिस अधिकारियों के लिए पहेली बन गई है। उधर, मौके पर मौजूद लोगों का कहना है कि लुटेरे चेकिंग से बचने के लिए महिला को साथ लेकर चल रहे होंगे।
दिलीप ने बताया कि उसने बैग कसकर पकड़ लिया था। लुटेरा बैग नहीं छीन पाया तो कार में बैठे उसके साथी ने बाहर आकर तमंचा तानकर गोली मारने की धमकी दी। इसके बाद भी दिलीप ने हिम्मत नहीं हारी तो बदमाश ने हवा में गोलियां चलाकर दहशत फैलाने की कोशिश की। पीड़ित ने बताया कि कार सवार तीनों बदमाश नकाब पहने थे। उनके साथ मौजूद महिला का चेहरा खुला था, लेकिन अंधेरे में साफ नजर नहीं आ रहा था। पुलिस का मानना है कि लुटेरे पहले से सराफ को जानते थे।