मसूद अजहर मामले पर बदला चीन का रुख, राजदूत बोले- जल्दी सुलझेगा मसला
नई दिल्ली : भारत में चीन के राजदूत लिउ झाहुई ने आतंकी मसूद अजहर मामले में एक बड़ा बयान दिया है। चीनी राजदूत के इस बयान से ये अटकलें लगाई जा रही हैं कि क्या अब जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर मामले में चीन भी भारत का साथ देगा? नई दिल्ली स्थित चीनी दूतावास में राजदूत लिउ झाहुई ने कहा कि मसूद अजहर मामले को जल्द से जल्द सुलझा लिया जाएगा। बता दें कि नई दिल्ली स्थित चीनी दूतावास में प्री-होली सेलिब्रेशन के दौरान राजदूत ने ये बातें कहीं।
आपको बता दें कि हाल ही में 14 मार्च को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में एक बार फिर से चीन ने आतंकी मसूद अजहर को ग्लोबल टेरेरिस्ट घोषित करने के रास्ते में रोड़ा अटकाया था। इसी से जुड़े सवाल पर चीनी राजदूत ने आगे कहा कि यह एक तकनीकी रुकावट है जिसका मतलब है आगे भी इस पर चर्चा होती रहेगी। यकीन करें, यह मसला हल किया जाएगा।
Chinese ambassador to India Luo Zhaohui to ANI: After Wuhan summit last yr the 2 way cooperation is on the right track, on fast track. We're satisfied with this cooperation, optimistic about the future.(Ambassador spoke to ANI during Holi celebrations at Chinese Embassy in Delhi) pic.twitter.com/WsBznDdIu6
— ANI (@ANI) March 17, २०१९
Chinese Ambassador to India Luo Zhaohui to ANI: This matter (Masood Azhar on UNSC 1267 list) will be resolved, this is only a technical hold which means there is time for continued consultations. It will be resolved believe me. pic.twitter.com/vSFhDZB9mu
— ANI (@ANI) March 17, 2019
जैश-ए-मोहम्मद चीफ मसूद अजहर के मसले की गंभीरता को हम अच्छे से समझते हैं। हम भारत की चिंता को भी जायज ठहरा रहे हैं और मैं विश्वास दिलाता हूं कि इस मामले को जरूर सुलझाया जाएगा।
#WATCH Chinese Ambassador to India Luo Zhaohui speaks to ANI over China blocks India's bid to designate M Azhar as global terrorist in UNSC, says "...It'll be resolved, it's only a technical hold which means there is time for continued consultations. It'll be resolved believe me" pic.twitter.com/NXZAwdyDnk
— ANI (@ANI) March 17, २०१९
उन्होंने आगे कहा कि पिछले साल हुए वुहान समिट के बाद द्विपक्षीय सहयोग की गुंजाईश तेजी से आगे बढ़ी है। हम इस सहयोग से संतुष्ट हैं, भविष्य को लेकर भी आशान्वित हैं। गौरतलब है कि इस बार चौथा मौका था जब चीन ने आतंकी अजहर मसूद को वैश्विक आतंकी होने से बचाया था। चीन ने यूएन में मसूद अजहर के खिलाफ प्रस्ताव रद्द कर दिया था।
बता दें कि यूएनएससी में चीन के इस कदम के बाद उनके ही देश में इसे लेकर खूब विरोध हो रहा है यहां तक कि चीन के बाजार और चीनी उत्पादों के बहिष्कार की भी बातें जोर पकड़ने लगी है। सोशल मीडिया पर भी चीनी उत्पादों के विरोध को लेकर 'बायकॉट चाइनीज प्रोडक्ट' का हैशटैग ट्रेंड चलाया गया।