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भीम आर्मी चीफ की धमकी, कहा- भीमा-कोरेगांव दोहरा देंगे

भीम आर्मी चीफ की धमकी, कहा- भीमा-कोरेगांव दोहरा देंगे
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नई दिल्ली । भीम आर्मी मुखिया चंद्रशेखर ने शुक्रवार को दिल्ली के जंतर मंतर से अपने विरोधियों पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि वोट देने से पहले रोहित के शहादत को याद रखना। अत्याचारी, अत्याचारी होता है वो कभी आपका हितैषी नहीं हो सकता। उन्होंने धमकी भरे स्वर में कहा कि भीमा-कोरेगांव दोहरा देंगे, अभी उसकी जरूरत नहीं है। जिस दिन देश के संविधान पर आंच आई भीमा-कोरेगांव दोहरा देंगे।

इस दौरान पीएम को दलित विरोधी बताते हुए चंद्रशेखर ने वाराणसी से चुनाव लड़ने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि जैसे ही मैंने वाराणसी से चुनाव लड़ने की घोषणा की वैसे ही मोदी हम दलितों के पैर धोने पहुंच गए।

गुरुवार को मेरठ से लापता होने पर चंद्रशेखर ने कहा कि सरकार चालाक बन रही थी इसलिए मैं चकमा देकर निकल गया। चंद्रशेखर ने कहा कि मुझे अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति व अल्पसंख्यक लोगों को एकजुट करना है।

चंद्रशेखर का समर्थन करने पहुंचे शरद यादव ने कहा कि आज देश मे किसान व अन्य वर्ग के लोग संकट की स्थिति से गुजर रहे हैं। ऐसे में चन्द्रशेखर जान की बाजी लगाकर दलितों के लिए खड़े हुए हैं।

बता दें कि जंतर-मंतर पर शुक्रवार (15 मार्च) को बसपा संस्‍थापक कांशीराम की जयंती पर बहुजन हुंकार रैली आयोजित की गई थी, जिसमें चंद्रशेखर आगामी लोकसभा चुनावों के मद्देनजर युवाओं को संबोधित किया। बृहस्पतिवार तक भीम आर्मी प्रमुख दिल्‍ली के एम्‍स अस्‍पताल में थे।

गौरतलब है कि पिछले दिनों चंद्रशेखर से कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी और ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया ने मुलाकात की थी। इस दौरान चंद्रशेखर ने खुद पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी।

यहां पर बता दें कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से मुलाकात के अगले दिन बृहस्पतिवार को मेरठ से दिल्ली एम्स के लिए निकले भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर अचानक बीच रास्ते से 'लापता' हो गए। न पुलिस को पता है और न खुफिया विभाग को। वह फोन भी रिसीव नहीं कर रहे थे।

इसके पूर्व मेरठ में आनंद अस्पताल की एंबुलेंस में न बैठकर चंद्रशेखर अपने समर्थकों के साथ निजी वाहन से दिल्ली एम्स की ओर निकले। नौचंदी पुलिस ने उन्हें मेरठ-गाजियाबाद की सीमा तक छोड़ा भी। हालांकि, उसके बाद चंद्रशेखर कहां गए, समाचार लिखे जाने तक पुलिस-प्रशासन को भी यह पता नहीं चला। मेरठ पुलिस के अनुसार उसने चंद्रशेखर को गाजियाबाद सीमा तक छोड़ा, फिर जवान लौट आए।

सियासी पारा चढ़ा गए भीम आर्मी चीफ

मंगलवार को चंद्रशेखर को आनंद अस्पताल में भर्ती करने के बाद वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. एनपी सिंह की टीम ने उनके स्वास्थ्य की जांच की थी। साथ ही दिल्ली के लिए रेफर भी किया गया, लेकिन तब चंद्रशेखर दिल्ली नहीं गए। भीम आर्मी प्रमुख को बुधवार को दिल्ली भेजने की तैयारी थी, लेकिन सहारनपुर के कांग्रेस नेता इमरान मसूद ने गुपचुप प्रियंका गांधी को बुलाकर चंद्रशेखर से मिलवाने की स्क्रिप्ट लिख दी।

कांग्रेस नेताओं की मानें तो यहां से निकली बात दूर तक जाएगी। माना जा रहा है कि इस बार इमरान मसूद सहारनपुर सीट पर जीत के लिए हरसंभव दांव खेलेंगे। इस सीट पर सपा-बसपा गठबंधन बड़ी संख्या में वोट न ले ले, ऐसे में चंद्रशेखर के बहाने इमरान बसपा प्रमुख मायावती के दलित वोट बैंक में सेंधमारी की कवायद में जुटे हैं।

सांस फूलने की शिकायत थी

डॉक्टरों का कहना है कि भर्ती के समय चंद्रशेखर का ब्लडप्रेशर थोड़ा बढ़ा था, जो बाद में सामान्य मिला। सांस फूलने की शिकायत भी दूर हो गई। दिल्ली के लिए रेफर किए जाने के दौरान स्थिति एवं रक्तचाप सामान्य बताया गया।

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