मायावती का सियासी वार, पूछा-क्या इससे चुनावी वादाखिलाफी के पाप धुल जाएंगे?
नई दिल्ली : लोकसभा चुनावों की समय जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है नेताओं के बीच जुबानी जंग और आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला तेज होता जा रहा है। इस बीच, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की सुप्रीमो मायावती ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संगम में स्नान पर सवाल उठाया और पूछा कि क्या इससे मोदी सरकार की चुनावी वादाखिलाफी के 'पाप' धुल जाएंगे? बसपा सुप्रीमो ने भाजपा पर जातिवाद, द्वेष और सांप्रदायिकता फैलाने का आरोप लगाया।
मायावती ने अपने ट्वीट में कहा, 'चुनाव के समय संगम में शाही स्नान करने से मोदी सरकार की चुनावी वादाखिलाफी,जनता से विश्वासघात व अन्य प्रकार की सरकारी जुल्म-ज्यादती व पाप क्या धुल जाएंगे? नोटबंदी,जीएसटी,जातिवाद, द्वेष व साम्प्रदायिकता की जबर्दस्त मार से त्रस्त लोग क्या बीजेपी को इतनी आसानी से मांफ कर देंगे?' बता दें कि प्रधानमंत्री ने रविवार को इलाहाबाद के संगम तट पर स्नान किया और इसके बाद सफाईकर्मियों के पैर पखारे। मायावती का यह ट्वीट इसी संदर्भ में है।
Will a 'SHAHI' dip in Sangam by PM Modi be able to wash sins of reneging poll promises,treachery & other state wrongs? Not possible for people to forgive BJP easily for making their life miserable through deeds of Notebandi,GST,Vengeance, Casteism,Communal & Authoritarian rule.
— Mayawati (@Mayawati) February 25, २०१९
ऐसी पौराणिक मान्यता है कि कुंभ के दौरान स्नान करने से मनुष्य के सारे पापे धुल जाते हैं। मायावती ने कहा कि लोग आगामी चुनावों में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार को माफ नहीं करेंगे। इसके अलावा उन्होंने किसान सम्मान निधि योजना को लेकर पीएम मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, 'इस योजना के जरिए किसानों को प्रति महीने 500 रुपए नाकाफी हैं, यह राशि मजदूरों के लिए उपयोगी हो सकती है लेकिन किसानों को इससे कोई लाभ नहीं मिलेगा।'
Rs 500 a month to poor farmers under PM Kisan Samman Nidhi is an insult of farmers. Farmers believe in their labour and want remunerative price of their produce but BJP mentality to give them little monetary help is atrocious and arrogant. BJP has failed to fulfil their promise.
— Mayawati (@Mayawati) February 24, 2019
प्रधानमंत्री ने रविवार को उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले से 'प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम किसान)' की शुरुआत की। इस योजना के तहत देश के सभी एक करोड़ से ज्यादा किसानों के खातों मे दो हजार रुपए की पहली किस्त जमा की गई। कृषि मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि अगले दो से तीन दिनों में अन्य एक करोड़ किसानों को इस योजना का फायदा पहुंचाया जाएगा।
पीएम शाम के समय गोरखपुर से प्रयागराज स्थित संगम तट पहुंचे और संगम तट पर वैदिक मंत्रोच्चार के बीच स्नान किया। उन्होंने पूजा-अर्चना की और फिर दुग्धाभिषेक किया। इसके बाद पीएम ने स्वच्छताकर्मियों के पैर पखारे। इस दौरान प्रधानमंत्री ने नाविकों को भी सम्मानित किया और पुरोहितों को दक्षिणा देने के बाद लोगों को संबोधित किया।