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उत्तर प्रदेश

पूर्व विधायक की पत्‍नी और शिक्षा विभाग की अधिकारी मृदुला आनंद गिरफ्तार

पूर्व विधायक की पत्‍नी और शिक्षा विभाग की अधिकारी मृदुला आनंद गिरफ्तार
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बाराबंकी । बहुचर्चित शिखर हत्याकांड की मुख्य आरोपित और शिक्षा विभाग के अधिकारी मृदुला आनंद को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने मृदुला आनंद पर 50000 का इनाम घोषित किया था । 19 जनवरी 2015 को बहराइच निवासी शिखर श्रीवास्तव उर्फ राजा की लखनऊ से अपहरण कर हत्या कर दी गई थी। हत्या के बाद शव को बाराबंकी के बदोसराय थाना क्षेत्र में फेंका गया था। इस मामले में नामजद गोरखपुर की विधानसभा बांसगांव से पूर्व बसपा विधायक डॉक्टर विजय कुमार भी जेल में हैं। इस प्रकरण से जुड़े तीन इनामी बदमाश अभी फरार हैं।

गौरतलब है कि बहराइच के युवक शिखर का चार वर्ष पहले अपहरण किया गया। इसके बाद लखनऊ में महानगर क्षेत्र में बसपा के विधायक रहे डॉ. विजय कुमार के आवास में हत्या कर दी गई। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने चार वर्ष पहले हुए शिखर हत्याकांड के बहुचर्चित मामले में नामजद पूर्व बसपा विधायक डॉ. विजय कुमार व उनकी अधिकारी पत्नी मृदुला आनंद को दो सप्ताह के भीतर गिरफ्तार करने के आदेश हाईकोर्ट ने दिए गए थे। इसके बाद बदोसराय पुलिस ने पूर्व विधायक को बाराबंकी रेलवे क्रॉसिंग से कुछ दिन पहले ही गिरफ्तार कर किया है।

बहराइच के बशीरगंज कोतवाली नगर निवासी दिनेश चंद्र श्रीवास्तव के पुत्र शिखर उर्फ राजा की 19 जनवरी 2015 को लखनऊ महानगर में विधायक आवास से अपहरण के बाद हत्या कर दी गई थी। दूसरे दिन शिखर का शव बदोसराय थाना क्षेत्र के रामनगर मार्ग पर बरदरी मरकामऊ गांव के बाहर पड़ा मिला था। मृतक के पिता ने शिक्षक की नौकरी दिलाने के नाम पर लिए गए साढ़े तीन लाख रुपये के विवाद में गोरखपुर के बांसगांव विधानसभा के तत्कालीन बसपा विधायक डॉ. विजय कुमार और उनकी पत्नी मृदुला आनंद (शिक्षा विभाग में अधिकारी) सहित आठ लोगों के खिलाफ हत्या, अपहरण व बलवा का मुकदमा दर्ज कराया था।

शिकायतकर्ता के पति से लिया लिखित माफीनामा

पीड़ित का आरोप था कि मृदृला आनंद जब बहराइच में डीआइओएस के पद पर तैनात थी, तो उसके बेटे शिखर को नौकरी दिलाने के नाम पर साढ़े तीन लाख रुपये लिए थे। पैसा वापस न करना पड़े इसके लिए बेटे की हत्या कर दी गई। पुलिस ने विवेचना के दौरान पूर्व विधायक की पत्नी से शिखर के संबंधों के चलते हत्या के सुबूत इकट्ठा किए थे।

हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने मामले में कड़ा रूख अपनाते हुए एडीजी कानून व्यवस्था को वारदात में नामजद पूर्व विधायक व उनकी शिक्षाधिकारी पत्नी मृदृला आनंद की गिरफ्तारी के लिए 10 दिन का समय दिया था। तब उच्च न्यायालय के आदेश पर हरकत में आई पुलिस ने पूर्व विधायक को गिरफ्तार कर लिया था। विधायक पर 25 हजार रुपये का इनाम भी घोषित था।

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