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उत्तर प्रदेश

बोफोर्स कहने पर पीएम ने कहा- सच्चाई छुप नहीं सकती, शरद बोले- जुबान फिसल गई

बोफोर्स कहने पर पीएम ने कहा- सच्चाई छुप नहीं सकती, शरद बोले- जुबान फिसल गई
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कोलकाता में विपक्ष की महारैली में शरद यादव द्वारा राफेल की जगह बोफोर्स घोटाला(कांग्रेस शासन में लगे आरोप) बोल देने पर सियासी गलियारे में जुबानी जंग शुरू हो गई है। यह मुद्दा अब ट्वीट वार में बदल चुका है। पहले जहां भाजपा ने ट्वीट कर चुटकी ली थी, तो बाद में पीएम मोदी ने भी सच्चाई छिपाए नहीं छिपने की बात कह डाली। अब मामले में शरद यादव की सफाई सामने आई है।

विपक्ष के गठबंधन पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा कि गठबंधन उन्होंने भी किया है और हमने भी लेकिन उनका दलों के साथ गठबंधन है और हमारा गठबंधन 125 करोड़ देशवासियों के साथ है। उनके पास धनशक्ति है और हमारे पास जनशक्ति है। जिन लोगों की खुद की पार्टी में लोकतंत्र का नामो निशान नहीं है, वो आज लोकतंत्र के नाम पर देश को गुमराह कर रहे हैं। जिस मंच से ये लोग देश और लोकतंत्र बचाने की बात कह रहे थे, उसी मंच पर एक नेता ने बोफोर्स घोटाले की याद दिला दी। आखिर सच्चाई छुपती कहां है।

इसके बाद लोकतांत्रिक जनता दल के अध्यक्ष शरद यादव ने सफाई देते हुए कहा कि उनकी जुबान फिसल गई थी। शरद ने भाजपा पर पलटवार करते हुए कहा कि क्या वे लोग इतने निसहाय हो गए हैं कि जुबान फिसलने को मुद्दा बना लिया है। उन्होंने कहा कि यह हास्यास्पद है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मेरा बूथ सबसे मजबूत कार्यक्रम के तहत हटकनंगले, कोल्हापुर, माधा, सतारा और दक्षिण गोवा के कार्यकर्ताओं से बातचीत की। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं के संघर्ष, पार्टी और देश को आगे ले जाने के लिए रात दिन एक करने की तैयारी देख कर बहुत संतोष होता है। भाजपा का कार्यकर्ता चाहे नया हो या पुराना, उसे लेकर लोगों में एक अच्छा प्रभाव होता है, लोगों से उसका एक संपर्क होता है। लोगों को उस पर भरोसा होता है की यह सुख-दुःख में काम आने वाला व्यक्ति है। देश और समाज की चिंता करने वाला व्यक्ति है।

अपनी मेहनत से 2 से 282 सीट तक पहुंची भाजपा

पीएम ने कहा, 'ये कार्यकर्ता ही हैं, जिनकी मेहनत से इतने कम समय में भाजपा 2 से 282 सीट तक पहुंची। पिछले कई महीनों से देश के अलग-अलग स्थानों के कार्यकर्ताओं से मेरा 'नमो एप' के माध्यम से बातचीत हुई है। कार्यकर्ताओं के संघर्ष, पार्टी और देश को आगे ले जाने के लिए रात दिन एक करने की तैयारी देख कर बहुत संतोष होता है। महाराष्ट्र के कार्यकर्ताओं की बात करूं तो उन्होंने पिछले 4-5 साल में बहुत मेहनत की है। हमारे कार्यकर्ताओं ने महाराष्ट्र के लोगों का विश्वास जीतने का अभूतपूर्व कार्य किया है, जिससे यहां भाजपा का इतना अधिक विस्तार हुआ है।'

महागठबंधन को पीएम मोदी ने नामदारों का गठबंधन बताते हुए कहा, ये महागठबंधन एक अनोखा बंधन है। ये बंधन नामदारों का बंधन है। ये बंधन भाई-भतीजेवाद का बंधन है। ये बंधन भ्रष्टाचार और घोटालों का बंधन है। ये बंधन नकारत्मकता का बंधन है। ये बंधन अस्थिरता और असमानता का बंधन है।

गरीबों को आरक्षण कानून को चुनाव से पहले लागू करने पर सफाई देते हुए पीएम ने कहा कि जब जनता के व्यापक हित में हमने ऐसा ऐतिहासिक फैसला लिया है, तो राजनीतिक पार्टियों का विरोध या फिर उनकी ऐसी चालें स्वाभाविक हैं। जो लोग मुझे कहते हैं कि मैंने ये फैसला चुनाव के लिए किया, तो मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि देश में चुनाव कब नहीं होते? इससे पहले ये फैसला करता, तो लोग बोलते कि पांच राज्यों के चुनाव में फायदे के लिए किया। उससे पहले करता, तो कहते कि कर्नाटक चुनाव के लिए किया।

2022 तक दुगुनी हो जाएगी किसानों की आमदनी

किसानों को लेकर पीएम ने कहा कि 2022 तक उनकी आमदनी दोगुनी हो, इसके लिए भाजपा की सरकार में बीज से बाजार तक फैसले लिए जा रहे हैं। फसल चक्र के हर चरण के दौरान किसानों को सशक्त बनाने का प्रयास किया जा रहा है। पूरे फसल ईको-सिस्टम को किसानों के लिए हितकारी बनाने का काम हो रहा है। इसके लिए हमारी केंद्र और राज्य सरकार दोनों मिलकर काम कर रही है। इसी का परिणाम है कि हमारे महाराष्ट्र की कृषि आज बदल रही है, संवर रही है। पहले की सरकारें 60-65 साल में महाराष्ट्र में मात्र 32 लाख हेक्टेयर जमीन को सिंचाई के दायरे में ला पाई थी। लेकिन, पिछले तीन साल में ही यह दायरा 32 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 40 लाख हेक्टेयर तक पहुंच गया है।

पीएम ने कहा, ' विपक्ष 2019 चुनाव में हार के डर से ईवीएम में छेड़छाड़ जैसे बहाने बना रहा है। देश-विदेश की हेडलाइन्स में तब सरकार के घोटाले हुआ करते थे। आज देश-दुनिया की हेडलाइन्स में भारत की योजनाएं होती हैं। यानि पांच साल में ये एक बड़ा बदलाव है कि देश घोटाले से योजनाओं की ओर बढ़ा है। तब, ये हेडलाइंस थी कि भारत में शौचालय भी नहीं है, जिससे महिलाओं को शर्मनाक स्थिति का सामना करना पड़ रहा है। हमने मात्र साढ़े 4 साल में 9 करोड़ से अधिक शौचालय बनवाए हैं।'

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