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उत्तर प्रदेश

प्रत्यूषमणि त्रिपाठी केस में खुलासा, प्रत्यूष ने खुद पर करवाया था हमला, ज्यादा खून बहने से गई जान

प्रत्यूषमणि त्रिपाठी केस में खुलासा, प्रत्यूष ने खुद पर करवाया था हमला, ज्यादा खून बहने से गई जान
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लखनऊ, । राजधानी के इन दिनों चर्चित युवा भाजपा नेता प्रत्यूष हत्याकांड में सोमवार को एक आया नया मोड़ आ गया है। पुलिस का दावा प्रत्यूष ने खुद पर हमला कराया था। चल रहे पुराने विवाद में आरोपितों को जेल भिजवाने के लिए उसने साजिश रची थी। लेकिन हमले में प्रत्यूष का अत्यधिक रक्तस्राव हो जाने से उसकी जान चली गई। बताया जा रहा है कि प्रत्यूष से पूछताछ में पूरी कहानी उजागर हुई है। हमला कर भाग रहा एक करीबी सीसीटीवी में कैद हुआ था। गौरलतब हो कि मामले में कैसरबाग के इंस्पेक्टर धीरेंद्र कुशवाहा को निलंबित भी किया गया था।

प्रत्यूष की मौत पर पुलिस के खिलाफ हुआ था खूब प्रदर्शन. मुख्यमंत्री ने किया था राहत राशि का एलान, लखनऊ पुलिस ने भयंकर मंथन ,गुणा गणित के बाद किया खुलासा, आलाधिकारियों, सरकार के जिम्मेदारों से रायशुमारी के बाद हुआ खुलासा

भाजपा के कुछ नेताओं ने एसएसपी पर दबाव बनाने की, कीथी कोशिश'...तो ऐसे दिया गया घटना को अंजाम

महानगर कोतवाली से चंद कदम की दूरी पर बादशाहनगर में तीन दिसंबर की देर रात युवा भाजपा नेता प्रत्यूषमणि त्रिपाठी (40) की पिटाई के बाद चाकू घोंपकर हत्या कर दी गई। घटनास्थल से थोड़ी दूरी पर ही उनकी बाइक भी खड़ी थी। पुलिस प्रत्यक्षदर्शियों से पूछताछ के साथ सीसी कैमरों की फुटेज भी खंगाल रही है। घटना से आक्रोशित परिवारीजन ने सैकड़ों भाजपा कार्यकताओं के साथ ट्रॉमा सेंटर के बाहर हंगामा किया। पुलिस-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर एसएसपी को हटाने की मांग की। मौके पर पहुंचे एडीजी जोन, आइजी रेंज, डीएम और एसएसपी से भाजपा नेताओं से आधी रात तक नोंकझोंक भी हुई थी।

युवा मोर्चा के वरिष्ठ कार्यकर्ता थे प्रत्यूषमणि

मॉडल हाउस निवासी प्रत्यूषमणि त्रिपाठी भाजपा युवा मोर्चा के वरिष्ठ कार्यकर्ता थे और पूर्व में मोर्चा के प्रदेश मंत्री भी रह चुके हैं। सोमवार रात वह घर से बादशाहनगर निवासी मित्र से मिलने निकले थे। प्रत्यूष के परिवार में पत्नी रागिनी व दो बेटियां, एक मासूम बेटा है।

प्रत्यूष का मोहल्ले के कुछ लोगों से हुआ था विवाद

दरअसल, 25 नवंबर को प्रत्यूष का मोहल्ले के कुछ लोगों से विवाद हुआ था। एक युवती ने उन पर छेड़खानी का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई थी। प्रत्यूष का कहना था कि युवती ने फेसबुक पर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी थी। स्वीकार न करने पर उसने अपने भाइयों से हमला कराया। पुलिस ने प्रत्यूष की भी प्राथमिकी दर्ज की थी। परिजनों का आरोप है कि इस मामले में कार्रवाई न करने से बदमाशों ने इस वारदात को अंजाम दिया। उधर, पुलिस ने इस मामले में रिपोर्ट दर्जकर एक आरोपित को गिरफ्तार करने का दावा किया है।

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