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देर रात तक चली रॉबर्ट वाड्रा की दफ्तर पर ED की छापेमारी, 16 घंटे फाइलें खंगालती रही ED की टीम

देर रात तक चली रॉबर्ट वाड्रा की दफ्तर पर ED की छापेमारी, 16 घंटे फाइलें खंगालती रही ED की टीम
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नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कांग्रेस नेता सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा से जुड़े तीन लोगों के ठिकानों पर शुक्रवार को छानबीन की. बताया जा रहा है कि ईडी की यह कार्रवाई करीब 16 घंटे तक चली. एजेंसी ने रक्षा सौदों में कुछ संदिग्धों द्वारा कथित तौर पर कमीशन लिए जाने और विदेशों में अवैध संपत्ति रखने के मामले से जुड़ी अपनी जांच के सिलसिले में ये तलाशी ली. प्रवर्तन निदेशालय की जांच में पहली बार वाड्रा के सहयोगियों का नाम रक्षा सौदों में कथित तौर पर कमीशन लेने से जोड़ा गया है.

स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी कंपनी के एडवोकेट तबरेज का आरोप है कि ईडी दिल्ली के सुखदेव विहार स्थित वाड्रा के ऑफिस में दरवाजे तोड़कर अंदर घुसी और कर्मचारियों को 13 से 14 घंटे तक बंद रखा. उनका कहना है कि ईडी ने गेट में लगे सीसीटीवी कैमरे को तोड़ दिया और ऑफिस को पूरी तरह से तहस-नहस कर दिया. उन्होंने दफ्तर के सभी केबिन के ताले भी तोड़ दिए हैं.

अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली-एनसीआर और बेंगलुरु के विभिन्न ठिकानों पर दोपहर 12 बजे से छानबीन शुरू की गयी. ईडी से जुड़े सूत्रों ने कहा कि, 'वाड्रा की कंपनियों के दो कर्मचारियों और एक अन्य व्यक्ति के ठिकानों की छानबीन की गई. इन लोगों ने संदिग्ध तौर पर रक्षा सौदों से कमीशन प्राप्त किये और उस राशि का इस्तेमाल विदेशों में अवैध संपत्तियों की खरीद में किया.' उसने दावा किया कि एजेंसी को कुछ 'नये साक्ष्य' मिले हैं, जिनके आधार पर कार्रवाई की जाएगी.

हालांकि सूत्रों ने उन व्यक्तियों के नामों को सार्वजनिक नहीं किया जिनके ठिकानों पर तलाशी ली जा रही है. उसने कहा कि 'छानबीन की कार्रवाई जारी है.' सीबीआई द्वारा अगस्तावेस्टलैंड वीवीआईपी हेलीकॉप्टर घोटाले के कथित बिचौलिए क्रिश्चियन जेम्स माइकल को प्रत्यर्पण के जरिए भारत लाये जाने के तीन दिन बाद ईडी ने ये कार्रवाई की है.

छानबीन पर वाड्रा के वकील ने जताइ नाराजगी

वाड्रा के वकील सुमन ज्योति खेतान ने इस छानबीन पर नाराजगी जाहिर है. उन्होंने आरोप लगाया कि ईडी की टीम बिना 'तलाशी वारंट' दिखाए के उनके मुवक्किल के सहयोगियों के परिसरों में घुस गयी. उन्होंने दावा किया कि परिसर भीतर से बंद हैं. उन्होंने इस कार्रवाई को लेकर सरकार की मंशा पर सवाल उठाया. खेतान ने दावा किया कि संभवत: मनगढ़ंत साक्ष्य प्रस्तुत किये जा रहे हैं.

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