एक साथ पांच शव पहुंचते ही मचा कोहराम पूरे क्षेत्र में मातम
BY Anonymous16 May 2018 12:08 PM GMT
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Anonymous16 May 2018 12:08 PM GMT
जौनपुर। वाराणसी हादसे में मारे गये जौनपुर के एक महिला समेत पांच लोगो का शव गांव पहुंचते ही कोहराम मच गया है। महिलाओ की चीखपुकार और बच्चो के करूणा क्रन्दन से पूरा इलाका दहल गया है। वहां पर मौजूद हर किसी की आंखे नम हो गयी । मानो आशूओ का समन्दर बह निकली हो। फिलहाल किसी तरह गमगीन माहौल में सभी शवो का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
मालूम हो कि सरायखाजा थाना क्षेत्र के भरौद गांव के निवासी रघुनाथ अपनी पत्नी विद्या देवी का इलाज कराने के लिए अपने पुत्र अरूण व खुटहन थाना क्षेत्र के बंदनपुर गांव के निवासी रामचंद्र व रामचेत के साथ बोलेरो जीप से बीएचयू गये हुए थे। इलाज कराकर लौटते समय कैंट इलाके में हुए हादसे में इन सभी की दर्दनाक मौत हो गयी थी। यह मनहूस खबर मिलते ही गांव व आसपास के इलाके में सनसनी फैल गयी थी। आज पोस्टमार्टम के बाद जब पांचो लोगो शव गांव पहुंचा तो कोहराम मच गया। महिलाओ की चित्कार से पूरा इलाका गमगीन हो गया है। मौके पर मौजूद हर किसी के आंखो से आशू निकल रहे थे। फिलहाल किसी तरह से सभी शवो का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
वाराणसी हादसा स्थानीय क्षेत्र के बंदनपुर गाँव निवासी एक अधेड़ और एक युवक की जिन्दगिया लील गया। घटना से जहा परिजनो का रोते रोते बुरा हाल है। वही पूरे गाव मे शोक की लहर ब्याप्त हो गई है। दो परिवारो के मुखिया छिन जाने से उनपर वज्रपात सा हो गया है। दोनो घरो मे परिजनो के करूण क्रन्दन से पूरे गाँव मे मातम पसरा हुआ है।
गांव निवासी रामचेत (49) पुत्र स्व रामदास की ससुराल सरायख्वाजा थाना क्षेत्र के भड़ौरा गांव मे है। रिस्ते मे उनकी शाली की तबियत अक्सर खराब रहती थी। मंगलवार को उसे वाराणसी मे उपचार हेतु ले जाने के लिए बोलेरो गाड़ी भाड़े पर मंगाई गयी थी। जो भोर मे बंदनपुर उनके घर लाकर उन्हें भी साथ लिवा जाने के लिए गाड़ी मे बैठा लिए।
गाड़ी मे सीट खाली देख उनके पड़ोसी राम चंन्द्र पासवान (32) पुत्र स्व नन्हे लाल भी यह कहकर बैठ लिए कि उनकी भतीजी की ससुराल बनारस मे है। उससे मिलकर शाम तक वापस लौट आऊगा। लेकिन उन्हें क्या पता था कि यही यात्रा उनके जीवन की अंतिम होगी।
सब्जी बेचकर परिवार का गुजारा करने वाले रामचेत की मौत से जहा पत्नी प्रमीला देवी की मांग सुनी हो गई वहीं उनके पुत्र सचिन (22) मोहित (19) सोहित (16)विवाह योग्य हो चली दो पुत्रियां रीमा (20)अंतिमा (18) अनाथ हो गई। उधर पड़ोसी युवक रामचंद्र की मौत ने सबको झकझोर कर रख दिया है। पत्नी निशा रोते रोते बेहोश हो जा रही है। माता सरयू देवी पुत्र के गम मे विक्षिप्त सी हो गई है। 6 वर्षीय पुत्री पिंकी सबको बिलखता देख खुद भी रोने लगती है।
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