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उत्तर प्रदेश

मतदान के बाद पीएम का रोड शो, कांग्रेस बोली- पीएमओ के प्रभाव में काम कर रहा चुनाव आयोग

मतदान के बाद पीएम का रोड शो, कांग्रेस बोली- पीएमओ के प्रभाव में काम कर रहा चुनाव आयोग
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गुजरात चुनाव के अंतिम चरण में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा साबरमती में वोट डालने के बाद रोड शो निकालने पर बवाल मच गया है। कांग्रेस ने इसे चुनाव आचार संहिता का खुला उल्लंघन बताते हुए आरोप हुए कहा है कि चुनाव आयोग पीएमओ के दबाव में काम कर रहा है। गुजरात कांग्रेस के प्रभारी अशोक गहलोत ने आरोप लगाया कि, भाजपा और उसके नेताओं द्वारा चुनाव आचार संहिता उल्लंघन के मामलों की लगातार शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है जबकि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक इंटरव्यू देकर अपनी अभिव्यक्ति जाहिर की तो उनके और चैनल के खिलाफ मुकदमा कर दिया।

बता दें कि गुजरात चुनाव के अंतिम चरण में प्रधानंमत्री मोदी ने साबरमती पहुंचकर रणिप क्षेत्र में पोलिंग बूथ नंबर 115 पर अपने मताधिकार का प्रयोग किया। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने साबरमती की सड़कों पर रोड शो निकाला, इस दौरान भारी संख्या में मौजूद लोगों ने मोदी मोदी के नारे भी लगाए।

मीडिया में इस रोड शो की तस्वीरें आने के बाद हंगामा खड़ा हो गया। कांग्रेस ने तुरंत इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रेस कान्फ्रेंस कर भाजपा और चुनाव आयोग पर निशाना साधा। गहलोत ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग जानबूझकर भाजपा को प्रश्रय दे रहा है जबकि विपक्षी पार्टियों पर अनावश्यक कार्रवाई की जा रही है।

गहलोत ने आरोप लगाया कि भाजपा ने चुनाव आयोग को बंधक बनाकर रखा है इसलिए वह पीएमओ और पीएम के दबाव में काम कर रहा है चुनाव आयोग, गहलोत ने सनसनीखेज आरोप जड़ते हुए कहा कि जो रिश्ता मुख्य चुनाव आयुक्त और प्रधानमंत्री के बीच गुजरात में बना था वो आज भी कायम है।

वहीं कांग्रेस प्रवक्ता सूरजेवाला ने कहा कि सूरजेवाला ने मुख्य चुनाव आयुक्त पर भी निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा येन केन प्रकरेण किसी तरह गुजरात में टिके रहना चाहते है, इसके लिए प्रधानमंत्री सारे हथकंडे अपना रहे हैं।

हम इस मुद्दे की शिकायत चुनाव आयोग में करेंगे। सूरजेवाला का रुख चुनाव आयोग के प्रति खासा तल्‍ख रहा, उन्होंने आरोप लगाया कि सच्चाई ये है कि देश के चुनाव आयोग ने अपनी सभी संवैधानिक जिम्मेदारियों से किनारा कर लिया है।

मोदी जी की डूबती नाव को अब चुनाव आयोग की कठपुतली का सहारा लेना पड़ रहा है। सूरजेवाला ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी जिस तरह चुनाव आयोग और प्रशासन के साथ मिलकर रोड शो कर रहे हैं वह सीधे सीधे संविधान की धज्जियां उड़ाने जैसा है।

सूरजेवाला ने राहुल गांधी के मुद्दे पर भी चुनाव आयोग को घेरते हुए सवाल किया राहुल का इंटरव्यू विचारों की अभिव्यक्ति है कोई चुनाव प्रचार नहीं है, लेकिन उसके बाद भी राहुल और चैनलों को नोटिस दिया गया। आयोग का अखबारों और कांग्रेस के लिए अलग मापदंड और भाजपा और प्रधानमंत्री के लिए अलग मापदंड है।

सुरजेवाला ने कहा कि चुनाव आयोग अब भारतीय जनता पार्टी के एक संगठन के तौर पर काम कर रहा है। जब भाजपा अपना मेनीफेस्टो 8 दिसंबर को वित्तमंत्री के माध्यम से जारी कर रही है तब भी उन्हें कोई नोटिस नहीं दिया गया। 9 दिसंबर को मोदी जी अपनी रैली में भाजपा को वोट देने की अपील कर रहे हैं जबकि राज्य के बाकी हिस्से में वोट डाली जा रही थी, तब भी इस पर कोई बात नहीं हुई।

हमने इस संबंध में चुनाव आयोग को याद दिलाया लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। सूरजेवाला ने बुधवार को अहमदाबाद में हुई अमित शाह की प्रेस कान्फ्रेंस पर भी सवाल उठाया गया, कहा फिक्की के कार्यक्रम में मोदी जी ने सीधे सीधे विपक्षी पार्टियों का नाम लेकर एक तरह से चुनाव प्रचार किया। आज सुबह हमने इस संबंध में चुनाव आयोग से पूछा तो उन्होंने कहा कि हम शाम को 5 बजे के बाद इसमें कार्रवाई करेंगे।

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