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उत्तर प्रदेश

ओपिनियन पोल : बीजेपी-कांग्रेस में कांटे की टक्कर, पर फिर से कमल खिलने के आसार!

ओपिनियन पोल  : बीजेपी-कांग्रेस में कांटे की टक्कर, पर फिर से कमल खिलने के आसार!
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बीजेपी और पीएम नरेंद्र मोदी के लिए यह खबर चिंतित करने वाली है। एबीपी के ओपिनियन पोल के मुताबिक गुजरात में कांग्रेस और बीजेपी के बीच कांटे की टक्कर है। दोनों ही पार्टियों को 43-43 फीसदी वोट मिलने के आसार हैं जबकि अन्य के खाते में 14 फीसदी वोट जाने के आसार हैं। एबीपी न्यूज ने लोकनीति और सीएसडीएस द्वारा किए गए ओपिनियन पोल सर्वे प्रसारित किया है। सर्वे के मुताबिक182 सदस्यों वाले गुजरात विधानसभा में बीजेपी को कुल 91 से 99 सीटें मिलने की उम्मीद है जबकि कांग्रेस की झोली में 78 से 86 सीटें जाती दिख रही हैं। अन्य के खाते में 3 से 7 सीट जाती दिख रही हैं। औसतन बीजेपी को 95, कांग्रेस को 82 और अन्य को 5 सीटें मिलती दिख रही हैं। इस तरह बीजेपी मामूली बहुमत से फिर से गुजरात में सरकार बनाती दिख रही है।

सर्वे के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आर्थिक सुधारों से गुजरात के व्यापारी खुश नहीं हैं। सर्वे में कहा गया है कि जीएसटी और नोटबंदी से गुजरात के व्यापारी नाराज हैं और अधिकांश व्यापारी कांग्रेस के साथ चले गए हैं। जीएसटी दरों में बदलाव से भी व्यापारी खुश नहीं हुए। सर्वे में कहा गया है कि 40 फीसदी व्यापारी बीजेपी को वोट कर सकते हैं जबकि 43 फीसदी व्यापारी कांग्रेस के साथ जा सकते हैं। पिछले सर्वे के मुकाबले बीजेपी को वोट करने वाले व्यापारियों की संख्या में तीन फीसदी की गिरावट हुई है, जबकि कांग्रेस को इस मामले में चार फीसदी का फायदा होता दिख रहा है।

– मध्य गुजरात (कुल 40 सीट) के गांवों में भी कांग्रेस को बढ़त मिलती दिख रही है। इस इलाके में कांग्रेस और बीजेपी के बीच कांटे की टक्कर दिख रही है। कांग्रेस को कुल 40 फीसदी वोट मिलने के आसार हैं जबकि बीजेपी को 41 फीसदी वोट मिलने के आसार दिख रहे हैं। बीजेपी को अक्टूबर के सर्वे के मुकाबले 13 फीसदी वोट का नुकसान होता दिख रहा है।

– दक्षिण गुजरात के तहत 35 विधान सभा सीटें आती हैं। यहां भी कांग्रेस को बढ़त मिलता हुआ दिखाई पड़ता है। बीजेपी को कुल 40 फीसदी वोट मिलने के आसार हैं जबकि कांग्रेस को 42 फीसदी वोट मिलने के आसार हैं। अक्टूबर के मुकाबले नवंबर में बीजेपी को कुल 11 फीसदी वोट का नुकसान होता दिख रहा है। कांग्रेस को छोटू वसावा से गठबंधन होने का फायदा कांग्रेस को होता दिख रहा है।

– उत्तर गुजरात की कुल 53 विधान सभा सीटों पर कांग्रेस को बढ़त मिलने के आसार हैं। कांग्रेस को 49 फीसदी वोट जबकि बीजेपी को 45 फीसदी वोट मिलने के आसार हैं।

– सौराष्ट्र-कच्छ की कुल 54 विधान सभा सीटों पर गांवों में कांग्रेस आगे जबकि शहरों में बीजेपी आगे। बीजेपी को पटेल बहुल इस इलाके में 45 फीसदी और कांग्रेस को 39 फीसदी वोट। बीजेपी को 3 फीसदी वोट की बढ़त जबकि कांग्रेस को 3 फीसदी का नुकसान होता दिख रहा है।

– बीजेपी नेता जीवीएल नरसिम्हा राव ने कहा, कांग्रेस नेता अल्पेश ठाकोर की करारी हार होगी और जिग्नेश मेवाणी अपनी जमानत नहीं बचा पाएंगे। उनके मुताबिक चुनावों में हार्दिक पटेल कोई फैक्टर नहीं है।

– पाटीदार नेता हार्दिक पटेल की उनके ही समाज में लोकप्रियता में कमी आई है। फिलहाल उनकी लोकप्रियता 58 फीसदी रह गई है। पहले यह अगस्त में 61 फीसदी और अक्टूबर में 64 फीसदी था। माना जा रहा है कि हार्दिक पटेल की सेक्स सीडी के बाद उनकी लोकप्रियता में कमी आई है।

– सवर्णों का झुकाव बीजेपी के साथ है। कांग्रेस से 26 फीसदी ज्यादा सवर्ण वोट बैंक बीजेपी के साथ दिख रहा है।

– आदिवासी वोटरों का भी झुकाव कांग्रेस के साथ दिख रहा है। बीजेपी से 18 फीसदी ज्यादा आदिवासी वोट बैंक भी कांग्रेस के साथ जाता दिख रहा है।

– दलित वोट बैंक कांग्रेस के साथ जाता दिख रहा है। बीजेपी से 18 फीसदी ज्यादा दलित वोट बैंक कांग्रेस के साथ जाता दिख रहा है।

– पाटीदार समुदाय बीजेपी से खिसक कर कांग्रेस की तरफ जा रहा है।

– कोली जाति का झुकाव बीजेपी के साथ होता दिख रहा है। परंपरागत रूप से यह जाति कांग्रेस के साथ रही है। कांग्रेस से 26 फीसदी ज्यादा कोली वोट बैंक बीजेपी के साथ जाता दिख रहा है।

– पटेल समाज का झुकाव कांग्रेस के साथ होता दिख रहा है। बीजेपी से 2 फीसदी ज्यादा पटेल वोट बैंक कांग्रेस के साथ जाता दिख रहा है।

– 40 फीसदी व्यापारी बीजेपी को वोट कर सकते हैं जबकि 43 फीसदी व्यापारी कांग्रेस के साथ जा सकते हैं।

– सर्वे के मुताबिक GST और नोटबंदी से गुजरात के अधिकांश व्यापारी नाराज। अधिकांश व्यापारी कांग्रेस के साथ। जीएसटी से 37 फीसदी व्यापारी खुश जबकि 44 फीसदी नाराज।

गुजरात में पहले चरण की वोटिंग में अब सिर्फ चार दिन ही बचे हैं। इस बीच इस सर्वे एजेंसी का यह तीसरा ओपिनियल पोल सामने आया है। इससे पहले 1 सितंबर को जारी पहले ओपिनियन पोल में कहा गया था कि बीजेपी को 59 फीसदी वोट और कांग्रेस को मात्र 33 फीसदी वोट मिलेंगे। इसके बाद 10 नवंबर को जारी दूसरे ओपिनियल पोल सर्वे की रिपोर्ट के मुताबिक बीजेपी के वोट बैंक में गिरावट दर्ज की गई जबकि कांग्रेस के वोट प्रतिशत में इजाफा हो गया। फाइनल ओपिनियन पोल सर्वे 23 से 30 नवंबर के बीच 50 विधानसभा के 200 बूथों पर किया गया था। इसमें 3665 लोगों ने अपनी राय रखी थी। इस सर्वे के नतीजे बीजेपी को निराश करने वाले दिख रहे हैं।

बता दें कि गुजरात विधान सभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग 9 दिसंबर को होगी, जबकि दूसरे चरण में 14 दिसंबर को वोट डाले जाएंगे। 18 दिसंबर को हिमाचल प्रदेश के साथ ही गुजरात चुनावों के नतीजे आएंगे। ऐसे में सभी राजनीतिक दलों ने चुनाव जीतने के लिए अपनी-अपनी ताकत झोंक दी है। बीजेपी के लिए यह चुनाव नाक की लड़ाई बनी हुई है क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह गुजरात से ही आते हैं। अलबत्ता इन दोनों नेताओं का तूफानी चुनावी दौरा और चुनावी सभाएं गुजरात में हो रही हैं। उधर, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी नए तेवर और अंदाज में गुजरातियों को लुभाने के लिए जी-तोड़ मेहनत कर रहे हैं।

182 सदस्यों वाले गुजरात विधानसभा का यह चौदहवां चुनाव होगा। फिलहाल 115 सदस्यों के साथ भारतीय जनता पार्टी गुजरात विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी है। दूसरे नंबर पर कांग्रेस है लेकिन पिछले दिनों उसके कई विधायक कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे। हालांकि, पिछले तीन चुनावों में कांग्रेस की सीटों में इजाफा हुआ है जबकि भाजपा की सीटों में कमी होती गई है। इस बार के चुनाव की एक खासियत यह भी है कि चुनाव आयोग पहली बार सभी बूथों पर वीवीपीएटी लगे ईवीएम से चुनाव कराएगी। गुजरात में 22 साल से बीजेपी की सरकार है।

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