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करोड़ों के हवाला कारोबार में BJP MLA का आया नाम, खुली पोल

करोड़ों के हवाला कारोबार में BJP MLA का आया नाम, खुली पोल
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नई दिल्ली: मध्यप्रदेश के कटनी जिले में हवाला कारोबार का खुलासा करने वाले पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी का तबादला किए जाने के बाद से सियासी बवाल मचा हुआ है। sp के तबादले से नाराज हज़ारों लोग ने मंगलवार को सडक़ों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया।विरोध प्रदर्शन के दौरान कटनी के बाजार भी बंद रहे। इस दौरान भाजपा को छोड़ सभी राजनीतिक दलों के लोग भी विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए। जिसमें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के लोग भी थे।


पुलिस अधीक्षक तिवारी के तबादले के विरोध में मंगलवार की सुबह से लोग कटनी की सडक़ों पर उतर आए, जगह-जगह प्रदर्शन किया और नारेबाजी का दौर चला। शहर के प्रमुख सुभाष चौराहे पर महिलाएं, छात्राएं और आमजन जमा हुए और उन्होंने शहर की प्रमुख सडक़ों से रैली निकाली।

छात्रा प्रियंका केवट ने तिवारी के तबादले पर विरोध दर्ज कराते हुए कहा, उनकी पदस्थापना के बाद से आम महिलाएं व छात्राएं अपने को सुरक्षित महसूस करने लगी थी। उन्हें किसी भी समय कहीं भी जाने में कोई दिक्कत नहीं होती थी, क्योंकि छेड़छाड़ करने वाले डरने लगे थे। इसी तरह सामाजिक कार्यकर्ता सौरभ सिंह का कहना है, तिवारी के छह माह के कार्यकाल में जिले के हालात सुधर गए थे। कालाबाजारी के कारोबार में लिप्त लोगों के चेहरे बेनकाब हो रहे थे, इसी के चलते उनका राजनीतिक दवाब में तबादला कर दिया गया। इसे निरस्त किया जाना चाहिए।


तबादले का विरोध करते हुए विकास बाझिल ने कहा, तिवारी के आने के बाद जिले की कानून व्यवस्था सुधरी थी और पुलिस का अपराधियों में खौफ बढ़ा था। ऐसे में सिर्फ छह माह में ही तिवारी का तबादला किया जाना चिंताजनक है।

पुलिस अधीक्षक तिवारी के कार्यकाल में ही कटनी जिले के हवाला कारोबार से पर्दा उठा था। उन्होंने इस मामले की जांच के लिए एसआईटी बनाई और एक बड़े कारोबारी के कर्मचारी को गिरफ्तार किया। इतना ही नहीं हवाला के जरिए हुए लेन देन के दस्तावेज भी बरामद किए। इस कारोबार में कई बड़े लोगों के भी शामिल होने की आशंका जताई जा रही थी, तभी तिवारी का तबादला कर दिया गया। यही कारण है कि इस तबादले के पीछे राजनीतिक दवाब की बात कही जा रही है और लोग सडक़ों पर उतर कर तिवारी के तबादले को निरस्त करने की मांग कर रहे हैं।गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह ने तिवारी के तबादले को प्रशासनिक प्रक्रिया का हिस्सा बताया है।


आप को बता दें की गौरव तिवारी एक्सिस बैंक में पांच सौ करोड़ से अधिक का काला धन सफेद करने के मामले की जाँच कर रहे हैं इस घोटाले के तार मध्यप्रदेश के विजयराघौगढ़ के विधायक और मंत्री संजय पाठक से जुड़े हुए हैं। तिवारी काफी लोकप्रिय अफसर हैं और उनके ट्रांसफर के लिए संजय पाठक को जिम्मेदार माना जा रहा है। सूत्रों के अनुसार विरोध तेज होने और बीजेपी सरकार की बदनामी होने के कारण पाठक से जल्द ही इस्तीफा लिया जा सकता है।


संजय पाठक सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम, उच्च शिक्षा, सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण राज्यमंत्री हैं। माइनिंग कारोबारी संजय पाठक को कुछ साल पहले तक बीजेपी के नेता-कार्यकर्ता माइनिंग माफिया कहते थे। संजय पाठक के पिता सत्येंद्र पाठक कांग्रेस सरकार के दौर में मंत्री थे। उनकी राजनीतिक विरासत संजय पाठक ने संभाली। पहले वे कांग्रेस से महापौर और फिर विधायक थे. बाद में उन्होंने कांग्रेस छोड़कर बीजेपी का दामन थामा और हाल ही में हुए मंत्रिमंडल विस्तार में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उन्हें मंत्री बना दिया।

सीएम शिवराज सिंह चौहान ने काला धन मामले में उनका नाम आते ही कटनी के एसपी गौरव तिवारी का ट्रांसफर कर दिया। यह मामला करीब 500 करोड़ के काले धन को सफेद करने की कोशिश का बताया जाता है।बताया जा रहा है कि एसपी गौरव तिवारी इस मामले की जड़ों तक पहुंच गए थे. इसमें संजय पाठक और आरएसएस के एक वरिष्ठ नेता की संलिप्तता मिली है। इससे पहले कि मामला अधिक तूल पकड़ता शिवराज सिंह चौहान ने एसपी तिवारी को हटा दिया.



संजय पाठक की घोषित संपत्ति करीब 141 करोड़ है. उनका इंडोनेशिया में भी कारोबार है। उनके पास अपना प्राइवेट हेलीकॉप्टर भी है. निर्मला मिनरल्स और आनंद माइनिंग कॉर्पोरेशन के नाम से उनकी खनन कंपनियां हैं. जबलपुर के समीप सीहोरा में अवैध खनन के आरोप भी उन पर लगे थे। उनकी लीज वर्ष 2007 में ही खत्म हो गई थी जबकि वे सन 2012 तक अवैध खनन करते रहे. सन 2009 और 2010 में उनकी कंपनी को 4,60,000 टन के खनन की इजाजत थी लेकिन 19,80,488 टन खनिज निकाला गया. 10 लाख टन से ज्यादा का अतिरिक्त खनिज निकाला गया जिसकी कीमत 5000 करोड़ से ज्यादा आंकी गई।


संजय पाठक कटनी के एक्सिस बैंक कांड की जांच किसी भी एजेंसी से कराने को तैयार हैं। पाठक ने कहा है कि एसपी का ट्रांसफर उन्होंने नहीं कराया है, यह रुटीन प्रक्रिया है. इस मामले में उन्हें फंसाया जा रहा है।इस साजिश का पर्दाफाश जल्द होना चाहिए।
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