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बिहार

नीतीश को खुली चुनौती- 'रॉयल गिरोह के कानून को जो नहीं मानेगा, उसे जीने का हक़ नहीं'

नीतीश को खुली चुनौती- रॉयल गिरोह के कानून को जो नहीं मानेगा, उसे जीने का हक़ नहीं
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भले ही बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रदेश में कानून का राज होने की दावा करते हों, लेकिन बेतिया में कानून का नहीं बल्कि रॉयल का कानून चलता है. जी हां, भले ही यह बात अटपटा लगे पर बेतिया से सक्रिय रॉयल गिरोह ने खुद इस बात को धमकी भरे पत्र में लिखा है- 'रॉयल के कानून को नहीं मानेगा, उसे जीने का कोई अधिकार नहीं है...' रॉयल गिरोह ने कुछ ऐसी ही चेतावनी बेतिया पुलिस को दी है. महज चार महीने पैदा हुए इस रॉयल गिरोह के खौफ का असर पुलिस पदाधिकारियों से लेकर नेता और आम लोगों पर भी है.
एक के बाद एक वारदात को अंजाम देने वाले रॉयल गिरोह ने गुरुवार सुबह पुलिस को खुली चुनौती देते हुए जदयू के पूर्व सांसद और राज्य के पूर्व मंत्री वैधनाथ प्रसाद महतो के आईटीआई स्थित आवास पर विस्फोट कर धमकी भरा पर्चा चिपका दिया.
धमकी भरे पर्चे मिलने के बाद डीआजी गोपाल प्रसाद और अन्य पुलिस पदाधिकारियों ने वैधनाथ प्रसाद महतो के आवास पर जाकर मामले की छानबीन की. वैधनाथ प्रसाद महतो ने कहा कि वह इस तरह की धमकियों से डरते नहीं है और 1990 से वह अपराधियों के खिलाफ लड़ाई लड़ते आ रहे हैं.
दरअसल, रॉयल गिरोह ने जेल में बंद अपराधियों पर फरमान जारी करते हुए कहा कि जो अपराधी उसके नेटवर्क में नहीं है, उन्हें जीने का भी अधिकार नहीं है. रॉयल गिरोह ने जेल मे बंद कुख्यात शंभु सिंह और गल्लु यादव के हत्या करने की भी धमकी दी है. इस बीच पुलिस ने गिरोह के सरगना समेत 12 से अधिक अपराधियों को जेल तो भेज दिया, लेकिन रॉयल गिरोह के कारनामों पर विराम नहीं लगा.
रॉयल गिरोह की ओर से की गई वारदातें: 22 मई को मुफ्फसिल थाना के हरिवाटिका चौक स्थित ग्रील कारोबारी किशोरी शर्मा से रंगदारी की मांग का पर्चा फेंका. 28 मई को बस स्टैण्ड स्थित प्रभावति ड्रग के मालिक शैलेन्द्र कुमार से पर्चा साटकर 25 लाख रुपए रंगदारी की मांग. 3 जून को डॉक्टर और जदयू जिलाध्यक्ष एनएन शाही के घर विस्फोट कर 25 लाख रुपए की रंगदारी मांगी. 13 जून को शहर के डाकबंगला रोड स्थित सीजेएम आवास से महज 100 गज की दूरी पर अधिवक्ता के नौकर श्यामदेव गिरी की हत्या कर पर्चा फेंका.
3 जुलाई को मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के प्रज्ञा गैस एजेन्सी पर पर्चा साटकर 25 लाख रुपए की रंगदारी मांगी. 11 जुलाई को शहर के संजीवनी नर्सिंग होम पर पर्चा साटकर सभी डॉक्टरों से 80 लाख रुपए की रंगदारी मांग और बम विस्फोट. 12 अगस्त को पूर्व सांसद जगदीश महतो के मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के जयप्रकाशनगर आईटीआई स्थित आवास पर विस्फोट कर एक करोड़ बीस लाख रुपए की रंगदारी मांगी और जान से मारने की धमकी दी.
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