Janta Ki Awaz
राष्ट्रीय

प्रचंड तूफान में बदला चक्रवात 'फेनी', उत्तर-प्रदेश में भी दी सतर्क रहने की सलाह

प्रचंड तूफान में बदला चक्रवात फेनी, उत्तर-प्रदेश में भी दी सतर्क रहने की सलाह
X

चक्रवात 'फेनी' प्रचंड तूफान में बदल गया है और शुक्रवार दोपहर तक यह गोपालपुर और चांदबाली के बीच ओडिशा तट को पार करेगा। मौसम विभाग ने इस संबंध में जानकारी दी है। बंगाल की खाड़ी में बने फेनी चक्रवात का असर उत्तर प्रदेश पर भी पड़ने की आशंका है। मौसम विभाग के अनुसार इस चक्रवात की वजह से आगामी 2 व 3 मई को उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश होने और तेज यानि 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज पुरवा हवा चलने के आसार हैं। इस वजह से वातावरण में 80 से 90 प्रतिशत नमी आ सकती है।

मौसम निदेशक जे.पी.गुप्ता ने इन हालात को देखते हुए किसानों और भंडार गृहों को खासतौर पर सलाह दी है कि नमी व तेज हवा से फसल को होने वाले नुकसान से बचाने के लिए कटी फसल, खुले में रखे अनाज व खेतों में तैयार खड़ी फसल को काट कर सुरक्षित रखने की समुचित व्यवस्था करें।

मौसम निदेशक के अनुसार 3 मई को प्रदेश के उत्तरी अंचल में आंधी-पानी के आसार हैं जबकि 4 मई को दक्षिण यूपी को छोड़कर पूरे प्रदेश में आंधी-पानी की आशंका है। राजधानी लखनऊ और आसपास का इलाका भी मौसम के इस बदले तेवर की चपेट में आ सकता है। बीते चौबीस घण्टों के दरम्यान वाराणसी, फैजाबाद, इलाहाबाद, लखनऊ, झांसी, मेरठ मण्डलों में दिन का तापमान सामान्य से अधिक रहा। राज्य के विभिन्न अंचलों में तेज धूप, तपन और लू के थपेड़ों से जनजीवन बेहाल रहा। इस दरम्यान रात में भी गर्मी का प्रकोप बना रहा।

चक्रवात का अलर्ट जारी

मौसम विभाग ने ओडिशा, पश्चिम बंगाल और आंध्रप्रदेश के कुछ हिस्से के लिए चक्रवात का अलर्ट जारी किया है और तटीय इलाके को खाली करने का सुझाव दिया है। मौसम विभाग के चक्रवात चेतावनी प्रभाग ने कहा कि चक्रवात 'फेनी' दक्षिण पश्चिम और पश्चिम मध्य और दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी की ओर है। यह पुरी (ओडिशा) के 760 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम और विशाखापत्तनम (आंध्रप्रदेश) के 560 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिणपूर्व तथा त्रिणकोमली के 660 किलोमीटर उत्तर-उत्तरपूर्व (श्रीलंका) में है। मौसम विभाग के अतिरिक्त महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि इसने प्रचंड तूफान का रूप अख्तियार कर लिया है। प्रचंड चक्रवाती तूफान 'फेनी' के भारतीय पूर्वी तट की ओर बढ़ने पर नौसेना और तटरक्षक बल के जहाज तथा हेलीकॉप्टर, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की राहत टीमों को महत्वपूर्ण स्थानों पर तैनात किया गया है जबकि सेना और वायु सेना की टुकड़ियों को तैयार रखा गया है।

एनसीएमसी ने बैठक की

आपात स्थितियों से निपटने के लिए देश की शीर्ष संस्था राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन समिति (एनसीएमसी) ने मंगलवार को दूसरी बार बैठक की और चक्रवाती तूफान से पैदा होने वाली स्थिति से निपटने के लिए राज्यों और केंद्र सरकार के संबंधित विभागों की तैयारी की समीक्षा की।

आंध्र में एनडीआरएफ की 41 टीमें

एनडीआरएफ आंध्रप्रदेश में 41 टीमों, ओडिशा में 28 और पश्चिम बंगाल में पांच टीमों को तैनात कर रहा है। एनडीआरएफ की एक टीम में करीब 45 कर्मी होते हैं।

चार राज्यों को 1,086 करोड़ की राशि जारी

मंत्रिमंडल सचिव पीके सिन्हा की अध्यक्षता में एनसीएमसी की पहली बैठक के फैसले के आधार पर गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि केंद्र सरकार ने तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल को एहतियातन और राहत कार्यों में मदद के लिए पहले ही 1,086 करोड़ रुपये की वित्तीय राशि जारी कर दी है।

मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह

राज्यों ने मछुआरों को समुद्र में ना उतरने का परामर्श जारी किया है। भारतीय मौसम विभाग सभी संबंधित राज्यों की ताजा भविष्यवाणियों के साथ तीन घंटे के बुलेटिन जारी कर रहा है। गृह मंत्रालय निरंतर राज्य सरकारों और संबंधित केंद्रीय एजेंसियों के संपर्क में है।

आवश्यक सामान की आपूर्ति के लिए तैयार रहें

बयान में कहा गया है कि राज्यों और केंद्रीय एजेंसियों की तैयारी की समीक्षा करते हुए मंत्रिमंडल सचिव ने निर्देश दिए हैं कि जान के किसी भी नुकसान से बचने और भोजन, पेयजल तथा दवाइयों समेत आवश्यक सामान की आपूर्ति के वास्ते तैयार रहने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएं। उन्होंने आवश्यक सेवाएं जैसे कि बिजली, दूरसंचार बनाए रखने के लिए पर्याप्त तैयारी करने की भी सलाह दी है। बैठक के दौरान संबंधित राज्य सरकारों ने चक्रवाती तूफान के कारण पैदा होने वाली किसी भी स्थिति से निपटने के लिए अपनी तैयारी की पुष्टि की।

800 किलोमीटर दक्षिण में था 'फेनी'

भारतीय मौसम विभाग ने बताया कि चक्रवाती तूफान 'फेनी' मंगलवार दोपहर को पुरी से करीब 800 किलोमीटर दक्षिण में था। विभाग के अनुसार, इसके अगले 24 घंटे में अत्यधिक प्रचंड चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की आशंका है और एक मई को शाम तक यह उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ेगा। उसके बाद फिर उत्तर-उत्तरपूर्व की ओर मुड़ेगा तथा तीन मई की दोपहर तक ओडिशा तट पर पहुंचेगा।

ओडिशा, आंध्र के कई जिले प्रभावित हो सकते हैं

बयान में कहा गया है मौजूदा संकेतों के अनुसार, ओडिशा के गंजम, गजपति, खोरधा, पुरी और जगतसिंहपुर जिले, पश्चिम बंगाल के पूर्व और पश्चिम मेदिनीपुर, दक्षिण और उत्तर 24 परगना, हावड़ा, हुगली और कोलकाता जिलों, आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम और विजयनगरम जिले प्रभावित हो सकते हैं।

एनसीएमसी की आज फिर बैठक

तमिलनाडु, पुडुचेरी, आंध्रप्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिवों तथा प्रधान सचिवों ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये एनसीएमसी बैठक में भाग लिया। गृह, जहाजरानी, मत्स्यपालन, बिजली, दूरसंचार, रक्षा मंत्रालयों, भारतीय मौसम विभाग और एनडीआरएफ के वरिष्ठ अधिकारी भी बैठक में शामिल हुए। एनसीएमसी स्थिति का जायजा लेने के लिए बुधवार को फिर से बैठक करेगी।

केरल में कई जगहों पर बारिश की संभावना

केरल में कई जगहों पर हल्की से लेकर मध्यम तो कुछ जगहों पर तेज बारिश देखने को मिल सकती है। तमिलनाडु और दक्षिण तटीय आंध्रप्रदेश में भी कहीं-कहीं बारिश हो सकती है पर उत्तर तटीय आंध्रप्रदेश में गुरुवार को अत्यधिक बारिश होने की संभावना है। इसके एक दिन बाद कई जगहों पर हल्की से मध्यम और कुछ जगहों पर बहुत अधिक बादल बरस सकते हैं। गुरुवार को ओडिशा में कई जगहों पर हल्के से मध्यम स्तर की बारिश हो सकती है और दक्षिण तटीय ओडिशा में भारी से भारी बारिश हो सकती है। तटीय ओडिशा में कुछ जगहों पर बहुत ही अधिक बारिश होने की आशंका व्यक्त की गई है।

Next Story
Share it