Janta Ki Awaz
भोजपुरी कहानिया

बिहार में बहार है प्रताप कुमार हैं

बिहार में बहार है   प्रताप कुमार हैं
X

एक फिल्म आई थी , राम तेरी गंगा मैली । मंदाकिनी ने गंगा का किरदार निभाया था । फिल्म में कुछ बोल्ड सीन लिए गए थें । शायद उस समय अश्लीलता इतनी मुखर नही थी अन्यथा ये फिल्म अपने जमाने की भी अश्लील फिल्म हो जाती उस एक दृश्य से । अपने बिहार में दो दिनों से ठीक वैसे ही एक बोल्ड दृश्य की चर्चा हो रही है । अंतर बस इतना है कि फिल्म में मंदाकिनी थी , अपने यहाँ राजपुत्र हैं ।

हमारे बिहार में कुछ वर्षों पहले एक राजा हुए । राजा क्या बने , उन्होनें बिहार को अपना राजमहल समझ लिया । पत्नी को रानी बनाया और बच्चों को राजकुमार । राजकुमार उम्र चढ़ने लगे व राजकुमारियाँ बड़ी होने लगी । राजकुमारियों का विवाह भी अन्य सम्राज्यों के राजकुमारों के साथ होने लगा । लेकिन राजा ने प्रजा के नजर में एक गलती कर दी । छोटे बेटे को युवराज बना दिया और बड़े को लुभाने के लिए , युवराज का सलाहकार । वो बड़ा उसी लायक है भी ।

एक दिन बड़े राजकुमार ने प्रजा के बीच स्नान करने की घोषणा की । सारी प्रजा एकत्रित हो गई । सब ने सोचा की राजकुमार स्नान करेंगे तो शायद उनके देह से गिरकर जो पानी बहेगा वो स्वर्ण रूप ले ले । उसी प्रजा में एक आदमी आधुनिकता का प्रमाण , स्मार्टफोन लेकर पहुँचे हुए था । राजकुमार ने स्नान शुरू किया और वो आदमी विडियो बनाने लगा । उसने विडियो इस तरीके से बना डाला की राजकुमार के ना दिखाने लायक अंग का प्रदर्शन पूरी प्रजा को करा दिया । सारी प्रजा जय-जयकार करने लगी ।

इस विडियो का प्रसारण पूरे राज्य में होने लगा । विडियो उड़ते उड़ते अन्य राज्यों में भी पहुँचा । वहाँ की प्रजा ने इसे चुटकीले अंदाजों में लिया और बिहार में रह रहे अपनी संबंधियों को दो-दो अंडरवियर का पैकेट भेजना प्रारंभ कर दिया । उस पैकेट के भीतर एक पत्र निकला की , बिहार में बहार तो है लेकिन ये नही है क्योंकि वहाँ के युवराज के सलाहकार के पास जब नही है तो प्रजा के पास कहाँ होगा । हमारी बेईज्जती तनिक होने लगी । हम सब तनिक मायूस भी हुए लेकिन हम आभारी है उस राजा के जिनके सपूत के ऐसा करने से हमें हमारे संबंधियों से उपहार के रूप में अमूल्य वस्त्र की प्राप्ति हुई । बिहार में बहार ऐसे ही थोड़े है । यहाँ के राजा , युवराज , राजकुमार सब अपनी प्रजा के बारे में सोचते हैं । और जब सोचना बंद करते हैं तो कुछ ऐसा करते हैं जिससे प्रजा की भलाई स्वतः ही हो जाती है ।

प्रीतम पाण्डेय सांकृत

छपरा , बिहार

Next Story
Share it