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भोजपुरी कहानिया

मेरे बाप की अदालत

मेरे बाप की अदालत
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नमस्कार, रेडियो मोतीझील के प्रायोजित कार्यक्रम "मेरे बाप की अदालत" में मैं श्रीमुख पार्थ आप सब का हार्दिक स्वागत करता हूँ। सबसे पहले मैं आज के मेहमानों से आपका परिचय करा दूँ। हमारे आज के कार्यक्रम में पहले मेहमान हैं बरिष्ट किन्तु गरिस्ट पत्रकार श्री डोम कानवी। ये अपनी मोदीभक्ति के लिए शोशल मिडिया में प्रसिद्ध हैं।
हमारे दूसरे मेहमान है बाबा चुमण्डल। ये दलितों को ईसाई बनाने के अपने लंबे अभियान के लिए जाने जाते हैं, और वर्तमान काल में अपनी बहनजी के प्रचारक के रूप में ख्यात हैं।
हमारे तीसरे मेहमान हैं श्री रामकबूतर महतो। ये एक आम आदमी हैं और मेरे पिता सर्वेश तिवारी श्रीमुख के शिष्य हैं।
तो सबसे पहले हम चलते हैं बाबा चुमण्डल के पास। बाबाजी के पिछवाड़े में सीम-सीम, जय भीम। बाबाजी, सबसे पहले तो आप यह बताइये कि पांच राज्यों के चुनाव नतीजों को देखने के बाद आपको कैसा लग रहा है?
बाबा- ओय चुप कर चोट्टे, ज्यादा तमाशा न करियो। एक दलित का मजाक उड़ाते शर्म ना रही तैने?
- देखिये बाबाजी, यह अदालत है। हम उड़े हुए को नहीं उड़ाते। आपको यहां हर सवाल का जवाब देना ही होगा।
- अरे का बताएं कम्बख्त, ऐसा लग रहा है जैसे खजुअट खजुआ रहा हो और किसी ने दोनों हाथ पीछे बांध दिए हों। ऐसा लग रहा है जैसे मेरे शौचालय में जाने पर किसी ने टँकी का पानी बन्द कर दिया हो। ऐसा लग रहा है जैसे मैं बारात ले कर ससुराल पंहुचा हूँ, और पता चल रहा है कि लड़की किसी बाभन के साथ भाग गयी है। ऐसा लग रहा है जैसे किसी ने मेरी....
-बस बस बस, आप तो किरान्ति करने लगे। पर आखिर ऐसा क्या हो गया जो आप इतना पिनकने लगे हैं? जनता ने अपनी पसंद से अपनी सरकार चुनी है, इसमें आपको क्या तकलीफ है?
- तकलीफ? अरे आप क्या समझेंगे मेरी तकलीफ! जब से दिल्ली में भाजपा जीती है, मेरा सारा धंधा चौपट हो गया है। मिशनरी वाले पैसा दे नही रहे, एन जी ओ से पैसा आ नही रहा, लाले पड़ गए हैं लाले। अभी कल जब यूपी का रिजल्ट आया तो मेरा मन दुःखी था, मैंने नौकर से कहा कि थोड़ी बियर दे दो तो हरामखोर कहने लगा कि अब यूपी वाली देशी लैला से काम चलाइये, बियर न मिलेगी। बताइये! कहीं इतना अत्याचार होता है? यह मोदी तो राकस है राकस।
- लेकिन आप तो कल तक कह रहे थे कि यूपी में भाजपा की करारी हार होगी? अचानक क्या हो गया?
- देखो ये सब बाभनो का खेल है। हरामखोरों ने EVM में गड़बड़ी कर दी वरना हमारी तो साढ़े चार सौ सीटें आ रही थीं।
-अच्छा अच्छा, अब हम चलेंगे रामकबूतर जी के पास जो शायद कुछ कहना चाहते हैं। हाँ तो रामकबूतर जी, क्या कहेंगे आप?
रामकबूतर- देखिये, मैं बाबा चुमण्डल से सिर्फ इतना ही पूछना चाहता हूँ कि इनको शर्म आती है कि नहीं?
बाबा- शर्म एक ब्राम्हणवादी षड्यंत्र है और हम इसके चक्कर में नही पड़ते।
रामकबूतर- अच्छा तो एक अंतिम सवाल, बाबाजी, क्या आप बताएंगे कि आपके जय भीम जय मीम का क्या हो गया?
- देखिये, मीम ने भीम का भरोषा नही किया क्योंकि भीम का मीम से कोई सीधा नाता नही है। अब हम मीम का भीम से सीधा रिश्ता जोड़ेंगे, और तब ब्राम्हणवाद की कमर तोड़ेंगे। हम एक अच्छा मीम लड़का खोज रहे हैं...
- धत तेरे की। पार्थ बाबू, अब आप ही देखिये। ई ससुरा तो साफ भंटा का नेउर है।
पार्थ- तो अब हम चलेंगे श्री डोम कानवी के पास। तो डोम जी, दो दिन पहले तक आप कह रहे थे कि उत्तर प्रदेश में भाजपा की करारी हार होगी। अब जबकि रिजल्ट आ गया तो आपको शर्म तो नही आ रही?
- देखिये, सबसे पहले मैं आपको बता दूं कि मैं एक सेकुलर पत्रकार हूँ। तो शर्म का तो सवाल ही नही उठता। हाँ यह जरूर कहूंगा कि मोदी चोर है।
- अच्छा तो डोम जी, आप यह बताइये कि आखिर क्या कारण है कि यूपी में भीम-मीम गठबंधन भी हार गया और पप्पू-टीपू गठबंधन भी हार गया?
- देखिये, मुझे यह तो नहीं पता कि ये लोग क्यों हार गए, पर यह जरूर कहूंगा कि मोदी चोर है।
- अच्छा तो चलिए यह बताइये, कि भाजपा को रोकने के लिए विपक्षी दलों को क्या करना चाहिए?
- देखिये, मैं यह तो नही जानता, पर इतना जरूर कहूंगा कि मोदी चोर है।
- अच्छा यह बताइये कि आपको जनसत्ता से क्यों निकाला गया?
- देखिये, मैं यह तो नही जानता, पर इतना जरूर कहूंगा कि मोदी चोर है।
रामकबूतर- अच्छा कानवी जी, एक सवाल मेरा भी है। आप होली मनाएंगे की नहीं?
कानवी- देखिये मैं यह तो नहीं जानता, पर मोदी चोर है।
बाबा चुमण्डल- अबे कलुए, कुछ और भी बोलेगा कि सिर्फ एक ही लाइन बोलेगा।
कानवी- मोदी चोर है, मोदी चोर है, मोदी चोर है।
रामकबूतर- और तू कलुए हरामखोर है। अबे इस एक लाइन के आगे भी कुछ जानता है या सिर्फ यही बकेगा?
कानवी- अबे रामकबूतर, तू जनसंघी हैं। मैं तुमको ब्लॉक मार दूंगा।
रामकबूतर- मैं जनसंघी हूँ तो तू ढपोरसंखी है।
चुमण्डल- अबे तुम दोनों लतखोर हो।
कबूतर- अबे तू ससुरे चंदाखोर है।

पार्थ- गार्ड! गार्ड्स! पापा ठीक कहते थे कि भारत में डिबेट का स्तर राणी- भतारकाटी तक आ गया है। तनिक इन तीनों बुद्धिखोरों के पाकिस्तान पर दो दो सटका सेंको तो।

तो जैसा कि आपने सुना, गार्ड्स तीनों मेहमानों की सेंकाई कर रहे हैं। हमारा आज का कार्यक्रम यहीं समाप्त होता है। जय हिन्द।

वही....
मोतीझील वाले बाबा
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